Chhattisgarh News: आकस्मिक अवकाश का ऑनलाइन आवेदन देकर नेपाल की सैर करने वाले शिक्षा विभाग में पदस्थ पांच लिपिकों को डीईओ कार्यालय से दूसरी जगह अटैच किया गया है। वहीं दो संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त की गई है।
डीईओ प्रवास बघेल द्वारा गठित टीम इस मामले की जांच कर रही है। जांच की जिम्मेदारी राजनांदगांव बीईओ, स्टेट स्कूल के प्रंसिपल को दी गई है। इस मामले को शासन के संज्ञान में डाला गया है।
सभी क्लर्क को कारण बताओं नोटिस जारी कर स्कूलों में अटैच किया गया है। जिससे जांच किसी तरह से प्रभावित न हो। उन क्लर्क का कार्य अन्य क्लर्क को दिया गया है।
कर्मियों की सेवा समाप्त
नेपाल की सैर करने वालों में डीईओ कार्यालय के 5 क्लर्क, इसमें 2 संविदा कर्मी, 1 पहले से निलंबित क्लर्क एवं 1 बघेरा स्कूल का स्टाफ, बीईओ कार्यालय में पदस्थ बाबू भी शामिल हैं। संविदा में पदस्थ कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है।
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कारण बताओं नोटिस जारी
वहीं एक कर्मी पर बधेय प्राचार्य को कार्रवाई करने निर्देशित किया गया है। डीईओ प्रवास बघेल ने बताया कि मामले की जांच जारी है। यहां पदस्थ पांच लिपिकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर अन्य स्कूलों में अटैच किया गया है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सस्पेंड करने की मांग
इस मामले की शिकायत छत्तीसगढ़ पेरेंट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिस्टोफर पाल ने की है और सभी क्लर्कों को निलंबित करने की मांग की है। उनका कहना है कि यह गंभीर प्रकृति का अपराध है। विदेश यात्रा के लिए सरकार से तीन महीने पहले अनुमति लेना अनिवार्य है। यदि इन क्लर्कों को निलंबित नहीं किया गया तो इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की जाएगी।
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