Chhattisgarh Vidhan Sabha Building: नवा रायपुर में 52 एकड़ क्षेत्र में बन रहे छत्तीसगढ़ विधानसभा (Vidhan Sabha) के नए भवन का कार्य अब अपने अंतिम चरण में है। रविवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai), विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh) और उप मुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण मंत्री अरुण साव (Arun Sao) ने स्थल का दौरा कर कार्य प्रगति की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सितंबर 2025 (September 2025) तक हर हाल में भवन का निर्माण पूरा कर लिया जाए, ताकि आगामी राज्योत्सव (Rajyotsav) में इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) के हाथों संभव हो सके।
रजत जयंती वर्ष में छत्तीसगढ़ को मिलेगा नया गौरव
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह वर्ष छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष (Silver Jubilee Year) है, और ऐसे अवसर पर नया विधानसभा भवन राज्य को गौरव प्रदान करेगा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने बताया कि भवन निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और आज विधानसभा सदन, मुख्यमंत्री कार्यालय, अध्यक्ष कक्ष और पूरे परिसर का निरीक्षण किया गया।
भवन में छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक झलक, आधुनिक सुविधाएं
यह भवन केवल एक शासकीय इमारत नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वास्तुकला (Traditional Architecture), सांस्कृतिक पहचान और आधुनिक निर्माण तकनीकों का अद्वितीय संगम होगा।
भवन में तीन प्रमुख विंग बनाए जा रहे हैं –
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विंग A (Wing A) – विधानसभा सचिवालय
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विंग B (Wing B) – मुख्यमंत्री व अध्यक्ष कार्यालय, विधानसभा सदन और सेंट्रल हॉल
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विंग C (Wing C) – उपमुख्यमंत्री व मंत्रियों के कार्यालय
अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा परिसर
नया विधानसभा भवन 200 विधायकों की बैठक क्षमता और 500 दर्शकों वाले ऑडिटोरियम (Auditorium) से लैस होगा। इसके अतिरिक्त,
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700 गाड़ियों के लिए पार्किंग (Parking) व्यवस्था
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दो सरोवर (Lake), प्रत्येक 1.5 एकड़ क्षेत्रफल में
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और उन्नत सुरक्षा एवं डिजिटल तकनीक (Security and Digital Technology) से युक्त सुविधाएँ भी तैयार की जा रही हैं।
देशभर में स्थापत्य की मिसाल बनेगा नया भवन
अरुण साव (Arun Sao) ने कहा कि यह भवन छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक भव्यता का प्रतीक बनेगा। निरीक्षण के दौरान अजय जामवाल, पवन साय, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh), पीडब्ल्यूडी सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह (Dr. Kamalpreet Singh) और प्रमुख अभियंता वी.के. भतपहरी (V.K. Bhatpahari) भी मौजूद थे।
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