Chhattisgarh Liquor Scam Update: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को कोर्ट ने 21 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। आज उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें 14 दिन के रिमांड पर लेने की मांग की थी।
कोर्ट ने उनके रिमांड की अवधि 21 जनवरी तक तय की है। इससे पहले, ईडी ने आरोप लगाया था कि लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा ने पूछताछ में सहयोग नहीं किया, जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया था।
ईडी ने कवासी लखमा के घर पर मारा था छापा
28 दिसंबर को ईडी ने कवासी लखमा और उनके परिवार के सदस्यों के घरों पर छापे मारे थे, और इस दौरान कई महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुए थे। इसके बाद, दोनों को पूछताछ के लिए तलब किया गया और फिर गिरफ्तार किया गया।
कोर्ट में पेशी के दौरान, कवासी लखमा ने कहा कि उनके पास से एक भी रुपया नहीं मिला और न ही कोई दस्तावेज़ बरामद हुआ है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री मोदी ने फर्जी मामला बनाकर उन्हें परेशान किया है। लखमा ने यह भी कहा कि वह हमेशा बस्तर की आवाज उठाते रहेंगे।
ईडी ने दावा किया- लखमा ने कमीशन लिया था
सूत्रों के अनुसार, कवासी लखमा ने कांग्रेस सरकार के दौरान चलाए गए शराब के सिस्टम के बारे में ईडी को जानकारी दी थी। पूछताछ के दौरान लखमा ने कई बार यह कहा कि उन्हें दस्तावेजों का अर्थ समझ में नहीं आता, और उन्होंने ईडी अधिकारियों को भ्रमित करने की कोशिश की।
हालांकि, ईडी ने इस पूछताछ पर आधिकारिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है। छापे के बाद ईडी ने यह दावा किया था कि लखमा ने कमीशन लिया था। इस मामले में ईडी जल्द ही कुछ नई गिरफ्तारियां करने की योजना बना रहा है।
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