Rajnandgaon Sand Mining Firing: छत्तीसगढ़ में अवैध रेत खनन (Illegal Sand Mining) के चलते हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में राजनांदगांव (Rajnandgaon) जिले के मोहड़ गांव (Mohad Village) में अवैध खनन का विरोध कर रहे ग्रामीणों पर रेत माफियाओं (Sand Mafia) ने गोलियां चला दीं।
इस वारदात ने शासन और प्रशासन को हिलाकर रख दिया। घटना के बाद सरकार ने सख्ती दिखाते हुए जिला खनिज अधिकारी प्रवीण चंद्राकर (District Mining Officer Praveen Chandrakar) और सोमनी थाने के टीआई सत्यनारायण देवांगन (TI Satyanarayan Dewangan) को निलंबित कर दिया है।
11 जून की रात को हुआ था गोलीकांड, युवक गंभीर रूप से घायल
घटना 11 जून 2025 की शाम करीब 7:30 बजे की है, जब मोहड़ गांव में नदी किनारे रेत निकालने के लिए जेसीबी मशीन से रैम्प बनाया जा रहा था। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, जिस पर रेत माफियाओं ने गोलियां चला दीं। रोशन मंडावी (Roshan Mandavi) नामक युवक के गले को छूते हुए गोली निकल गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। दो अन्य ग्रामीण—जितेन्द्र साहू और ओमप्रकाश साहू (Jitendra Sahu & Omprakash Sahu) भी घायल हुए हैं।
वारदात के बाद बसंतपुर थाना (Basantpur Police Station) में भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyay Sanhita – BNS), आर्म्स एक्ट (Arms Act) और माइनिंग एक्ट (Mining Act) के तहत एफआईआर दर्ज की गई। घटनास्थल से तीन खाली कारतूस, बुलेट का अगला हिस्सा, एक जेसीबी और एक हाईवा ट्रक जब्त किया गया। अब तक भगवती निषाद, संजय रजक और वाहन मालिक अभिनव तिवारी को गिरफ्तार किया गया है।
खनिज अधिकारी पर गिरी गाज, रायपुर मुख्यालय में किया गया अटैच
घटना के बाद खनिज विभाग (Mining Department) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रवीण चंद्राकर को तत्काल निलंबित (Suspended) कर दिया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय भौमिकी एवं खनिकर्म संचालनालय रायपुर (Directorate of Geology and Mining, Raipur) तय किया गया है। उन्हें केवल जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।
टीआई की संदिग्ध भूमिका पर बवाल, वीडियो वायरल होते ही कार्रवाई
मामले से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया (Social Media Video) पर वायरल हुआ, जिसमें टीआई सत्यनारायण देवांगन की संदिग्ध भूमिका उजागर हुई। वीडियो में नजर आ रहा है कि टीआई ने माफियाओं के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया। राजनांदगांव एसपी (SP Rajnandgaon) ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
इस घटना ने जिले भर में आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग रेत माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और प्रशासन से जवाबदेही चाहते हैं। अब देखना है कि आगे और कौन-कौन इस मामले में लपेटे में आते हैं।