रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने गाय के गोबर से बिजली पैदा करने के वास्ते बिजली संयंत्र स्थापित करने के लिए अब तक पांच उद्यमियों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
बिजली उत्पादन परियोजना पर हुई चर्चा
एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि राज्य के कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रवींद्र चौबे की अध्यक्षता में सोमवार को हुई गोधन न्याय मिशन की पहली बैठक में बिजली उत्पादन परियोजना पर चर्चा हुई।विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, परियोजना के लिए पांच उद्यमियों ने 10-10 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश का प्रस्ताव रखा है।इसमें बताया गया है कि गौथान (वह स्थान जहां ग्रामीण अपने मवेशी रखते हैं) से खरीदे गए गोबर और निजी क्षेत्र की डेयरी फार्मों और शहर से एकत्र किए गए अपशिष्ट का उपयोग बिजली उत्पादन के लिए भी किया जा सकता है।
10,591 गौथानों को दी स्वीकृत
अधिकारी ने कहा कि मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को मिशन के उद्देश्यों को पूरा करते हुए गौथानों में आय उन्मुखी गतिविधियों के विस्तार में तेजी लाने के निर्देश दिए। चौबे ने गौथानों को ग्रामीणों के लिए आजीविका केंद्र के रूप में विकसित करने की जरूरत पर जोर दिया।आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राज्य ने 10,591 गौथानों को स्वीकृत दी है जिनमें से 8,048 का निर्माण और संचालन किया जा चुका है।