Durg Police Drug Trade Action: दुर्ग पुलिस ने सूखे नशे के अवैध व्यापार में संलिप्त एक परिवार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 40 लाख रुपये की संपत्ति फ्रीज कर दी।
मोहन नगर थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की और संपत्ति की नीलामी की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस ने इस संबंध में सफेमा कोर्ट, मुंबई को पत्र लिखा था, जिसके बाद संपत्ति को कुर्क करने की अनुमति दी गई।
परिवार के खिलाफ मामला दर्ज, गांजा और नकदी बरामद
पुलिस को सूचना मिली थी कि तितुरडीह निवासी सुमन बारले और उसका परिवार किराये के मकान से मादक पदार्थों का अवैध कारोबार कर रहा था।
छापेमारी के दौरान सुमन बारले, उसके पति शैलेन्द्र पाण्डेय और उसकी बहन को गिरफ्तार किया गया। मौके से करीब 17 किलो गांजा (जो सेलोटेप में लपेटा हुआ था) और ₹68,200 नकद जब्त किए गए।
पूरे परिवार पर संगठित नशा तस्करी का आरोप
पुलिस जांच में यह सामने आया कि सुमन बारले का पूरा परिवार—उसके पिता संतोष बारले, दादी रामबाई बारले, बहन दीपाली बारले और नाबालिग भाई—पिछले कई वर्षों से नशे का अवैध व्यापार चला रहे थे।
इस अवैध कारोबार से अर्जित धन से उन्होंने मोटरसाइकिल, सोने-चांदी के गहने खरीदे और तितुरडीह में एक जमीन पर मकान निर्माण करवा रहे थे।
संपत्ति फ्रीज, नीलामी की तैयारी
जांच में यह पुष्टि हुई कि परिवार की संपत्ति अवैध मादक पदार्थों की बिक्री से अर्जित धन से खरीदी गई थी। पुलिस ने सफेमा कोर्ट, मुंबई को रिपोर्ट भेजी, जिसके बाद अदालत ने आरोपियों को नोटिस जारी किया।
हालांकि, कोई संतोषजनक जवाब न मिलने के बाद कोर्ट ने करीब 40 लाख रुपये की संपत्ति फ्रीज करने का आदेश दिया।
जब्त संपत्ति का विवरण
- तितुरडीह में स्थित जमीन और निर्माणाधीन मकान – ₹30 लाख
- बैंक खाते में जमा राशि – ₹6,55,252
- बुलेट मोटरसाइकिल – ₹1 लाख
- एक्टिवा स्कूटर – ₹50,000
- नकदी – ₹68,200
अदालत के आदेश के बाद इन सभी संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है और नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(ख) और 27(क) के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
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