रायपुर| Chhattisgarh Deputi CM: डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार रायपुर पहुंचे टीएस सिंह देव ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि इन पदों में कुछ नहीं, लोगों के बीच पहुंच कर विश्वाश बनाना सबसे बड़ी जिम्मेदारी है. उप मुख्यमंत्री बनाने के बाद पहली बार बंसल न्यूज़ से खास बातचीत में कहा की कांग्रेस में सबकुछ ठीक चल रहा है. कांग्रेस पहले व एकता थी. अभी भी पार्टी साथ मिलकर काम कर रही है.
रापुर पहुँचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी जोश दिखाई दिया. उनके साथ पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, प्रदेश प्रभि कुमारी शैलजा भी उपस्थित हैं.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले
बीती रात Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम भूपेश बघेल सरकार में बड़ा बदलाव करते हुए छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव (Chhattisgarh Deputi CM) को छत्तीसगढ़ का नया उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है.
कांग्रेस प्रवक्ता केसी वेणुगोपाल ने ट्विटर पर लिखा, “कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन @खड़गे जी ने छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री के रूप में श्री टीएस सिंह देव @TS_SinghDeo जी की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। वह एक वफादार कांग्रेस नेता और एक सक्षम प्रशासक हैं। डिप्टी सीएम के रूप में उनकी सेवाओं से राज्य को काफी फायदा होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “हमें पूरा विश्वास है कि छत्तीसगढ़ की जनता खड़गे जी और राहुल गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत के साथ दोबारा चुनेगी।”
इससे पहले मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा था कि हमने पिछले साढ़े चार साल में जो किया है, उस पर चुनाव लड़ेंगे। 2018 में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया, जिसका परिणाम बेहतर आया था। इस साल भी हम सामूहिक नेताओं के आधार चुनाव लड़ेगे, क्योंकि इसमें टीम को कोई भी लीड कर सकता है।
गौरतलब है कि साल 2018 में छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत के बाद जब सरकार बनी तब मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच खींचतान देखने को मिली थी। ढाई-ढाई साल की सीएम कुर्सी को लेकर भी रिपोर्ट्स सामने आई थी। हालांकि, अंत में सीएम भूपेश बघेल को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया था।
वहीं, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 से महज कुछ महीनें पहले ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव (Chhattisgarh Deputi CM) को राज्य के उपमुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव कांग्रेस हाईकमान को भेजा गया था। जिसे अब मंजूरी दे दी गई। अब देखने वाली बात होगी कि चुनाव से एन पहले इस बदलाव से कांग्रेस को कितना फायदा मिलता है।