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छत्‍तीसगढ़ गौठान में बंद 13 गायों की भूख-प्‍यास से मौत: दुर्ग में गायों को नहीं मिला चारा-पानी, 15 दिन में चली गई जान

Chhattisgarh Durg Gaushala Cow Deaths छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के गौठान में भूख-प्यास से 13 से अधिक गायों की मौत हो गई। कुछ तो कंकाल में तब्दील हो गईं। मृत गाय के शव को कुत्ते नोचते दिखे।

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Sanjeet Kumar
CG Durg Gaushala

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CG Durg Gaushala: छत्‍तीसगढ़ में गौ माता पर सियासत जमकर होती रही है। अब फिर से इस पर सियासत शुरू हो गई है। दरअसल छत्‍तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक गौठान में भूख-प्‍यास से 13 से ज्‍यादा गायों की मौत हो गई है। आरोप है कि इस गौठान में करीब 15 दिन पहले सरपंच के द्वारा करीब 40 आवारा मवेशियों को गौठान में बंद किया था।

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इसके बाद इन पशुओं को चारा-पानी नहीं दिया गया। इसके चलते गौठान (CG Durg Gaushala) में हालत यह है कि मृत गायों के शवों को कुत्‍ते नोचते दिखाई दे रहे हैं। वहीं गौठान में अब कंकाल भी देखे जा सकते हैं। इस घटना की सूचना जब गौ-सेवकों को मिली तो उन्‍होंने हंगामा कर सरपंच के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग के साथ एक्‍शन लेने की मांग की। गायों की मौत का यह पूरा मामला नंदिनी थाना क्षेत्र के अहिरवारा के गोढ़ी गांव का है।

साय सरकार ने बंद करवा दिए गौठान

गायों की मौत के मामले की शिकायत (CG Durg Gaushala) के बाद जनपद सीईओ के द्वारा मवेशियों का पोस्‍टमार्टम कराया है। आशंका है कि गायों की मौत निमोनिया के कारण हुई है। गौठान का निर्माण कांग्रेस सरकार द्वारा कराया गया था। जिसे बीजेपी की विष्‍णुदेव साय सरकार ने बंद कर दिया। इससे आवारा मवेशी सड़कों व खेतों में विचरण कर रहे हैं। इतना ही यह घटना तब हुई है जब साय सरकार के द्वारा एक गाय पर 35 रुपए खर्च किया जा रहा है।

पंच प्रतिनिधियों ने लगाए सरपंच पर आरोप

CG Durg Gaushala Case

दुर्ग जिले के गोढ़ी गांव के पंच पति और प्रतिनिधि डोमर सिंह पाल (CG Durg Gaushala) के द्वारा सरपंच पर गंभीर आरोप लगाया है। गायों की मौत का जिम्‍मेदार सरपंच को ही ठहरा रहे हैं। डोमर सिंह पाल का आरोप है कि फसलों को पशुओं से बचाने के लिए एक समीति का निर्माण किया था।

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इस समिति में उन लोगों को शामिल किया जो, सरपंच के लोग थे। उन्‍होंने कहा कि सरपंच ने किसानों से एक वादा किया था। इस वादे के अनुसार समिति सभी की मदद लेगी और आवारा मवेशियों के लिए चारा-पानी की व्यवस्था जुटाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। समिति ने पशुओं को चारा-पानी नहीं दिया। इसके कारण गौठान में बंद 40 में से 13 से अधिक गोवंश की मौत हो गई।

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पशुओं की मौत का खुलासा पीएम रिपोर्ट के बाद

इस मामले में धमधा जनपद पंचायत सीईओ किरण कौशिक (CG Durg Gaushala) ने जानकारी दी कि पशुओं के शवों का पीएम कराया गया है। इसमें आशंका जताई जा रही है कि निमोनिया बीमारी के चलते गायों की मौत हुई है। हालांकि अभी पीएम रिपोर्ट नहीं आई है, इससे अभी कुछ कहना सही नहीं है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का खुलासा होगा।

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थाने में एफआईआर दर्ज कराने की मांग

गौठान में गायों की मौत से आक्रोशित गौ-सेवकों (CG Durg Gaushala) ने नंदिनी थाना पहुंचकर हंगामा किया। जहां गौ-वंश की मौत के जिम्‍मेदारों पर एफआईआर कर एक्‍शन लेने की बात कही है। इधर थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने जानकारी दी कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद केस दर्ज कर लिया जाएगा। जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।

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