रायपुर। Lok Sabha Elections 2024: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की बड़ी बैठक 26 और 27 जनवरी को होने जा रही है। इस बैठक में कांग्रेस लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों पर मंथन तो करेगी ही, चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस लोकसभा चुनाव(Lok Sabha Elections 2024) में जोर लगा रही है। कांग्रेस इस चुनाव में सीटों की संख्या बढ़ाने पर फोकस कर रही है। लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की दो बड़ी बैठकें अगले दो दिनों में होने जा रही है।
26 जनवरी को पहली बैठक
26 जनवरी को पहली बैठक स्क्रीनिंग कमेटी की होगी। जिसमें प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमेन रजनी पाटिल, सदस्य कृष्णा अल्लावरु और परगट सिंह शामिल होंगे।
कांग्रेस की इस बैठक में प्रत्याशी चयन के मापदंड को लेकर चर्चा होगी। इसके साथ ही आवेदन प्रक्रिया और सर्वे समेत कई अहम विषयों पर मथंन किया जाएगा।
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27 जनवरी को होगी दूसरी बैठक
इसके बाद दूसरी बड़ी बैठक 27 जनवरी को कांग्रेस चुनाव समिति की ने बुलाई है। इस बैठक में चुनाव की रणनीति से लेकर प्रचार अभियान पर भी मंथन किया जाएगा। दोनों ही बैठकों में सभी 11 सीटों में चुनाव की रणनीति तय की जाएगी।
विधानसभा सीटों की लिहाज से देखें तो कांग्रेस को 5 लोकसभा में बढ़त हासिल है। इसे सीटों में बदलने की रणनीति तय की जाएगी। इसके लिए वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारने के फॉर्मूले पर भी कांग्रेस विचार कर रही है।
पूर्व मंत्रियों को चुनाव लड़ा सकती है कांग्रेस
माना जा रहा है कि तीन से चार सीटों पर कांग्रेस पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों को मैदान में उतार सकती है। जबकि कुछ सीटों पर नए चेहरों को चुनाव लड़ाने के फॉर्मूले पर भी विचार किया जा रहा है। स्क्रीनिंग कमेटी और चुनाव समिति(Lok Sabha Elections 2024) की बैठक में इसे लेकर फैसला हो सकता है।
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बैठक से पहले जुबानी जंग
बैठक के पहले ही जुबानी जंग भी छिड़ती नजर आ रही है। कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता चुनाव लड़ने ही तैयार नहीं हैं। वहीं कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला उनके बयान को अहंकार में दिया बयान बता रहे हैं।
कांग्रेस की बैठक प्रत्याशी चयन की लिहाज से तो खास होगी ही। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद बने माहौल को काउंटर करने पार्टी किस रणनीति के साथ मैदान में उतरेगी। इसका निर्णय भी चुनाव समिति की बैठक में होने जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस अधिकतम 2 लोकसभा सीटों के रिकॉर्ड से आगे बढ़ पाती है या नहीं। ये देखना दिलचस्प होगा।