Advertisment

छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला: ED ने 9 आरोपियों के खिलाफ पूरक चालान पेश किया, रानू साहू के पति IAS जयप्रकाश मौर्य बनाए गए आरोपी

Chhattisgarh Coal Scam: छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला, ED ने 9 आरोपियों के खिलाफ पूरक चालान पेश किया, रानू साहू के पति IAS जयप्रकाश मौर्य बनाए गए आरोपी

author-image
Harsh Verma
Chhattisgarh Coal Scam

हाइलाइट्स

  • कोयला घोटाले में बड़ा अपडेट
  • IAS जयप्रकाश मौर्य बनाए गए आरोपी
  • जयप्रकाश मौर्य रानू साहू के साथ मिलकर करते थे काम
Advertisment

Chhattisgarh Coal Scam: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला (Chhattisgarh Coal Scam) मामले में 9 आरोपियों के खिलाफ पूरक चालान (Supplementary Chargesheet) पेश किया। इनमें आईएएस जयप्रकाश मौर्य, उनकी पत्नी निलंबित आईएएस रानू साहू समेत कई आरोपियों के नाम हैं।

यह भी पढ़ें: PM मोदी का 30 मार्च को बिलासपुर दौरा: 33,700 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे शुभारंभ, प्रदेश को देंगे ये सौगात?

IAS मौर्य और रानू साहू पर आरोप

[caption id="" align="alignnone" width="542"]publive-image रानू साहू के पति हैं IAS जयप्रकाश मौर्य[/caption]

Advertisment

चालान के अनुसार, जयप्रकाश मौर्य और उनकी पत्नी रानू साहू अवैध कोयला लेवी वसूली (Coal Levy Collection) में शामिल थे। रानू साहू पहले से ही जेल में हैं। अन्य आरोपी, सौम्या चौरसिया और सूर्यकांत तिवारी भी इस मामले में जेल में बंद हैं।

अन्य आरोपियों की भूमिका

हेमंत और वीरेंद्र पर आरोप है कि वे अवैध वसूली में सक्रिय रहे। पारिख और राहुल को सूर्यकांत तिवारी के साथ काम करने का दोषी बताया गया। इन पर कोयला लेवी के पैसे अधिकारियों और सिंडिकेट से जुड़े लोगों तक पहुंचाने का आरोप है।

ईडी की 30 जनवरी की बड़ी कार्रवाई

30 जनवरी को ईडी ने 50 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क (Seized Properties) की थीं। इनमें बैंक बैलेंस, वाहन, नगदी, गहने और जमीनें शामिल थीं। इन संपत्तियों की कुल कीमत 49.73 करोड़ रुपये है।

Advertisment

ईडी की जांच में सामने आया कि कुछ लोगों ने पिछले शासन में नेताओं और अधिकारियों से मिलीभगत कर कोयला ट्रांसपोर्टर्स से जबरन वसूली की। सूर्यकांत तिवारी को इस घोटाले का मास्टरमाइंड बताया गया है।

यह भी पढ़ें: CG News: नगर निगमों में 10 लाख से ऊपर के कार्य के लिए ई-टेंडर अनिवार्य, भ्रष्टाचार रोकने के लिए सरकार का फैसला

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें