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कोरबा कलेक्टर पर जल्द हो सकती है कार्रवाई: सीएम साय ने पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर को फोन कर दिया आश्वासन

Nankiram Kanwar Protest: कोरबा कलेक्टर पर जल्द हो सकती है कार्रवाई, सीएम साय ने पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर को फोन कर दिया आश्वासन

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Harsh Verma
Chhattisgarh News

Nankiram Kanwar Protest: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजनीति में शनिवार को तब हलचल तेज हो गई जब पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर (Ex-Home Minister Nankiram Kanwar) ने कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत (Korba Collector Ajit Vasant) को हटाने की मांग को लेकर रायपुर (Raipur) में धरने पर बैठने का ऐलान किया। उनका आरोप था कि कलेक्टर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और उन्हें जल्द हटाया जाए।

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धरने से पहले पुलिस ने किया 'हाउस अरेस्ट'

[caption id="" align="alignnone" width="586"]publive-image ननकीराम कंवर को हाउस अरेस्ट कर लिया गया[/caption]

ननकीराम कंवर शुक्रवार देर शाम रायपुर पहुंचे थे और धरने की सूचना रायपुर जिला प्रशासन (Raipur District Administration) को पहले ही पत्र के माध्यम से दे दी थी। लेकिन शनिवार सुबह जब वे धरना स्थल की ओर निकले, पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक लिया और उन्हें गहोई भवन (Gahoi Bhawan) में हाउस अरेस्ट (House Arrest) कर लिया।

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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने फोन पर की बातचीत

धरने की सूचना और सियासी दबाव को देखते हुए खुद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Vishnudev Sai) ने ननकीराम कंवर को फोन कर बातचीत की। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि कोरबा कलेक्टर पर कार्रवाई होगी और जल्द ही उन्हें हटाया जा सकता है।

भरोसे के बाद टला धरना, चेतावनी अब भी कायम

इसके बाद ननकीराम कंवर भाजपा प्रदेश कार्यालय (BJP State Office) पहुंचे और प्रदेश अध्यक्ष किरण देव से मुलाकात की। उन्होंने मीडिया को बताया कि अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया, इसलिए फिलहाल धरना स्थगित कर रहे हैं। लेकिन साथ ही यह भी कहा कि अगर एक हफ्ते के भीतर कार्रवाई नहीं हुई तो वे फिर से अपनी रणनीति बनाएंगे।

भाजपा के भीतर का दबाव या लोकतांत्रिक विरोध?

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह मामला भाजपा के अंदरूनी दबाव और प्रशासनिक पारदर्शिता को लेकर जनता के बीच छवि को संभालने की कोशिश है। हालांकि ननकीराम जैसे वरिष्ठ नेता का यह कदम सरकार पर दबाव बनाने की एक बड़ी रणनीति भी मानी जा रही है।

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