Chhattisgarh CBI Arrested CGST officers bribe: छत्तीसगढ़ के रायपुर में CBI की टीम ने शुक्रवार को दो जीएसटी अफसरों को दवा कारोबारी से 60 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। बताया गया कि जीएसटी के सुपरिटेंडेंट इलोंका मिंज और इंस्पेक्टर सौम्य रंजन मलिक GST की राशि में गड़बड़ी का सेटलमेंट करने और पेनाल्टी से बचाने के नाम पर घूस मांग रहे थे। शनिवार को सीबीआई ने दोनों अफसरों को स्पेशल कोर्ट में पेश किया। जिसमें कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
कार्रवाई के बाद दोनों अफसरों के घरों पर सीबीआई की रेड
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई के बाद दोनों अधिकारियों के घरों पर देर रात छापेमारी हुई। सीबीआई ने घरों से भी सबूत जुटाए हैं। मिंज और मलिक ने दवा कारोबारी राहुल वर्मा को 3 लाख रुपए की पेनाल्टी का डर दिखाया था।
जीएसटी सेटलमेंट के लिए मांगी थी रिश्वत
इसके सेटलमेंट के लिए इन अफसरों ने पहले 75 हजार रुपए मांगे थे। छत्तीसगढ़ में ऐसा पहला मौका है, जब CGST अफसरों को रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया गया है। रायपुर में पहली बार रिश्वतखोरी केस में CGST अफसर की गिरफ्तारी हुई है। हालांकि, मध्यप्रदेश के इंदौर में 28 नवंबर को जीएसटी अधिकारी केपी राजन को सीबीआई ने रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। यह कार्रवाई भी सीबीआई ने की थी।
8 नवंबर को कॉल और वॉट्सऐप पर नोटिस
8 नवंबर को कारोबारी राहुल के वॉट्सऐप पर इंस्पेक्टर मलिक ने कॉल किया और कहा आपके जीएसटी की राशि में बहुत गड़बड़ी हुई है। आप फौरन CGST के दफ्तर में आ जाइए। साथ ही वॉट्सऐप पर नोटिस भी भेजा। नोटिस में करीब 1 लाख 21 हजार रुपए का हिसाब-किताब नहीं होना बताया।
सीबीआई ने पहले स्टिंग फिर गिरफ्तार किया
व्यापारी के मुताबिक दोनों ही अफसरों ने इसमें ब्याज जोड़कर 3 लाख का जुर्माना लगाने की बात कही। इसके बाद कारोबारी ने सीबीआई की मदद से स्टिंग करवाया और उसकी जांच की। बाद में शुक्रवार की शाम को सीजीएसटी ऑफिस में दोनों अफसरों को घूस लेते गिरफ्तार किया गया।
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