Chhattisgarh Cabinet Expansion: छत्तीसगढ़ के सियासी हलकों में पिछले कुछ दिनों से चल रही चर्चाओं को समाप्त करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्पष्ट किया है कि मंत्रिमंडल का विस्तार जरूर होगा, लेकिन इसके लिए अभी कुछ समय का इंतजार करना होगा। मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और प्रदेश की जनता सभी मंत्रिमंडल विस्तार की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
साय मंत्रिमंडल में दो मंत्री पद रिक्त
ज्ञात हो कि वर्तमान में साय मंत्रिमंडल में दो मंत्री पद रिक्त हैं। संगठन यह प्रयास कर रहा है कि हरियाणा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी 14 मंत्रियों का फार्मूला लागू किया जाए। इस बीच, सत्ता और संगठन के प्रमुख नेता दिल्ली दौरे पर थे, जहां एक उच्च स्तरीय बैठक हुई थी। हालांकि, यह बैठक मुख्य रूप से संगठन चुनाव पर केंद्रित थी, लेकिन माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा की गई और कुछ अहम निर्णय लिए गए।
विष्णु देव साय की सरकार को एक साल पूरा हो चुका है। पहले एक मंत्री पद रिक्त रखा गया था, लेकिन बृजमोहन अग्रवाल के सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, जिससे मंत्रिमंडल में दो पद रिक्त हो गए। बृजमोहन के विभाग अब मुख्यमंत्री के अधीन हैं, जिससे उनके ऊपर विभागों का अतिरिक्त बोझ आ गया है।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली में जेपी नड्डा से की थी मुलाकात
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हाल ही में दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी, और इस मुलाकात में मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की गई। संगठन सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में उन संभावित नेताओं पर रायशुमारी की गई जिनका नाम मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
मंत्रिमंडल विस्तार में इन नेताओं के नाम
मंत्रिमंडल विस्तार में जिन नेताओं के नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहे हैं, उनमें दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव, बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, और विक्रम उसेंडी शामिल हैं। गजेंद्र यादव का नाम विशेष रूप से चर्चा में है क्योंकि वे यादव समाज से आते हैं, जो राज्य में ओबीसी वर्ग में सबसे बड़ी संख्या में हैं।
अमर अग्रवाल का नाम भी तेजी से उछला है, खासकर उनके आबकारी विभाग में किए गए सुधारों के कारण। राजेश मूणत की पहचान बड़े विभागों को संभालने और महत्वपूर्ण कार्य पूरे करने के रूप में है। अजय चंद्राकर की तेजतर्रार छवि और राजनीतिक समझ भी उनके पक्ष में है।
सुनील सोनी को भी मिल सकती है वाइल्ड कार्ड एंट्री
इसके अलावा, बस्तर क्षेत्र से मंत्री बनाए जाने की संभावना में प्रदेश अध्यक्ष किरण देव का नाम भी सामने आ सकता है। रायपुर दक्षिण उपचुनाव जीतने वाले सुनील सोनी को भी एक वाइल्ड कार्ड एंट्री के रूप में मंत्री पद मिल सकता है, अगर पूर्व मंत्रियों का पत्ता कटता है।
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