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बीजापुर में CRPF जवान ने खुद को मारी गोली: गले से होते हुए सिर को चीर गई गोली, छुट्टी से लौटने के एक दिन बाद किया सुसाइड

Bijapur CRPF Jawan Suicide: बीजापुर में CRPF जवान ने खुद को मारी गोली, गले से होते हुए सिर को चीर गई गोली, छुट्टी से लौटने के एक दिन बाद किया सुसाइड

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Harsh Verma
Bijapur CRPF Jawan Suicide

Bijapur CRPF Jawan Suicide: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर (Bijapur) जिले में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक जवान ने ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक जवान का नाम पप्पू यादव (Pappu Yadav) था, जो कि 22वीं बटालियन मिनगाचल में पदस्थ था। वह बिहार (Bihar) के भोजपुर (Bhojpur) जिले के ठाकुरी गांव का रहने वाला था। यह घटना बुधवार सुबह नैमेड़ थाना क्षेत्र (Naimed Police Station) में हुई।

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SP जितेंद्र यादव (Jitendra Yadav) ने घटना की पुष्टि की है और बताया कि जवान ने अपनी सर्विस इंसास राइफल से गोली मारकर आत्महत्या की। गोली जवान के गले से होते हुए सिर को चीर गई, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

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छुट्टी से लौटने के 24 घंटे में आत्महत्या

जवान एक दिन पहले ही छुट्टी से लौटकर अपनी ड्यूटी पर पहुंचा था। ऐसे में इस आत्मघाती कदम ने पुलिस और बल दोनों को चौंका दिया है। मौके पर पहुंची नैमेड़ पुलिस ने मर्ग कायम (Unnatural Death Report - UDR) कर लिया है और जांच जारी है।

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फिलहाल आत्महत्या की असल वजह सामने नहीं आई है, लेकिन शुरुआती अनुमान है कि पारिवारिक तनाव या मानसिक दबाव इसका कारण हो सकता है।

13 दिन पहले भी हुआ था एक सुसाइड केस

इसी महीने जगदलपुर (Jagdalpur) के परपा थाना (Parpa Police Station) क्षेत्र में एक आरक्षक (Constable) ने सरकारी क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह जशपुर (Jashpur) का निवासी था और हाल ही में उसका ट्रांसफर लोहंडीगुड़ा (Lohandiguda) कर दिया गया था। पुलिस ने पारिवारिक वजह को आत्महत्या की मुख्य वजह बताया था।

छुट्टियों की कमी और संवादहीनता है जवानों में तनाव की वजह

बस्तर जैसे संवेदनशील और नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात जवानों के लिए मानसिक तनाव (Mental Stress) और अवसाद (Depression) बड़ी समस्या बनती जा रही है। जवानों को समय पर छुट्टी नहीं मिलना, अफसरों से संवाद की कमी और पारिवारिक कलह जैसे कारण आत्महत्या की वजह बनते हैं।

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कुछ मामलों में मजाक या ड्यूटी के तनाव भी गंभीर कदम उठाने की वजह बन चुके हैं। इससे पहले भी कई जवान छुट्टी से लौटने के तुरंत बाद सुसाइड कर चुके हैं।

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