Bijapur Naxal Surrender: बीजापुर जिले में पुलिस और केंद्रीय बलों के सामने 30 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इनमें 20 इनामी नक्सली शामिल हैं, जिन पर कुल 81 लाख रुपये का इनाम घोषित था। इस मौके पर डीवीसीएम (DVCM) सोनू हेमला उर्फ कोरोटी (इनाम ₹8 लाख) ने अपनी पत्नी के साथ हथियार डाले।
आत्मसमर्पण के वक्त मौजूद रहे अधिकारी
सरेंडर कार्यक्रम के दौरान दंतेवाड़ा रेंज के डीआईजी (DIG) कमलोचन कश्यप, आईजी (IG) बीएस नेगी, बीजापुर एसपी (SP) डॉ. जितेन्द्र यादव, कोबरा (Cobra), केरिपु (Kerapu) और डीआरजी (DRG) अधिकारी मौजूद थे। नक्सलियों को पुनर्वास सहायता के रूप में 50-50 हजार रुपये का चेक दिया गया।
पुलिस का दावा- नक्सल अभियान की बड़ी सफलता
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह आत्मसमर्पण बीजापुर जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान की बड़ी उपलब्धि है। लगातार बढ़ते सुरक्षा कैम्प, सड़क, बिजली, पानी और शासन की योजनाओं ने ग्रामीणों का भरोसा जीता है। अब लोग विकास और शांति की राह चुन रहे हैं।
क्यों छोड़ा संगठन?
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संगठन में आंतरिक मतभेद और विचारधारा से मोहभंग
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शासन की योजनाओं और सुरक्षा बलों के संवाद से ग्रामीणों तक विकास पहुंचना
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परिवार के साथ सुरक्षित और खुशहाल जीवन जीने की इच्छा
आत्मसमर्पण करने वाले बड़े नक्सली
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सोनू हेमला उर्फ कोरोटी – DVCM, इनाम ₹8 लाख
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कल्लू पूनेम उर्फ रंजीत – PPCM, कंपनी नं. 02, इनाम ₹8 लाख
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कोसी कुंजाम – PPCM, कंपनी नं. 02, इनाम ₹8 लाख
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मोटी पूनेम उर्फ हड़मे – पार्टी सदस्य, कंपनी नं. 02, इनाम ₹8 लाख
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पांडे पूनेम – पार्टी सदस्य, कंपनी नं. 02, इनाम ₹8 लाख
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छोटू कुंजाम उर्फ बडडे – PLGA सदस्य, कंपनी नं. 02, इनाम ₹8 लाख
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मंगली पोटाम – ACM, दक्षिण सब जोनल ब्यूरो सप्लाई टीम, इनाम ₹5 लाख
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बोटी ओयाम उर्फ लालू – ACM, इंद्रावती एरिया कमेटी, इनाम ₹5 लाख
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मंगली मोड़ियम – भैरमगढ़ एरिया कमेटी, इनाम ₹2 लाख
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सोमड़ी अवलम – प्लाटून नं. 10, इनाम ₹2 लाख
इसके अलावा जनताना सरकार (Jantana Sarkar), CNM और DAKMS के कई सदस्य भी संगठन छोड़कर मुख्यधारा में लौट आए।
लगातार बढ़ रही है आत्मसमर्पण की संख्या
1 जनवरी 2025 से अब तक 331 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं और 307 ने आत्मसमर्पण किया है। मुठभेड़ों में 132 नक्सली मारे गए हैं। वहीं, 2024 की शुरुआत से अब तक 834 नक्सली गिरफ्तार, 496 आत्मसमर्पण और 190 मुठभेड़ों में ढेर किए जा चुके हैं।