Chhattisgarh Police Constable Suspended: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में, एसपी ने अनुशासनहीनता और लापरवाही बरतने के मामले में तीन आरक्षकों को निलंबित कर दिया है। निलंबित किए गए आरक्षकों में बुधराम नेताम, विजय नेताम, और हरेंद्र शोरी शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, इन आरक्षकों पर ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने और अपने कर्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन न करने का आरोप लगाया गया था। एसपी ने यह निर्णय उस समय लिया जब उन्हें इस मामले की विस्तृत जानकारी मिली और मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने त्वरित कार्रवाई करने का फैसला किया।
आरक्षकों की गतिविधियों की होगी जांच
यह कार्रवाई पुलिस विभाग में अनुशासन बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कर्तव्यों के प्रति लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। निलंबन के बाद इन आरक्षकों की गतिविधियों की जांच की जाएगी और यदि आवश्यक हुआ तो आगे की कार्रवाई भी की जा सकती है।
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क्या था पूरा मामला (Chhattisgarh Police Constable Suspended)
गांजा तस्करी के मामले में पुलिस ने हाल ही में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आपको बता दें कि बीते गुरुवार को इन दोनों आरोपियों को कोंडागांव कोर्ट में पेश किया गया था। पेशी के बाद, पुलिस की एक टीम उन्हें जगदलपुर जेल लेकर जा रही थी। इसी दौरान, एक आरोपी ने जवानों को चकमा देकर फरार हो गया।
यह घटना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है। पुलिस ने तुरंत इस मामले में जांच शुरू कर दी है और फरार आरोपी की तलाश में अभियान चलाया गया है। अधिकारियों का मानना है कि आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा, लेकिन इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कानूनी प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
एसपी की बड़ी कार्रवाई (Chhattisgarh Police Constable Suspended)
कैदी के भागने की जानकारी मिलते ही जगदलपुर पुलिस और कोंडागांव पुलिस ने रात भर आरोपी की तलाश की, लेकिन उनकी कोशिशों के बावजूद आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला। इस घटना के चलते कोंडागांव के एसपी वाई. अक्षय कुमार ने सुरक्षा में लापरवाही और अनुशासनहीनता पाए जाने पर ड्यूटी पर तैनात तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का निर्णय लिया।
निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई है, जिससे यह स्पष्ट किया जा सके कि किस प्रकार की चूक हुई और आगे इसे कैसे रोका जा सकता है।