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Bastar Dussehra 2025: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरा (Bastar Dussehra) इस बार इतिहास रचने जा रहा है। राज्य गठन के बाद पहली बार कोई केंद्रीय मंत्री इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। सांसद महेश कश्यप (Mahesh Kashyap) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को बस्तर दशहरा के लिए आमंत्रित किया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है।
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4 नवंबर को बस्तर आएंगे अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 4 नवंबर को बस्तर पहुंचेंगे। वे करीब तीन घंटे यहां रुकेंगे। इस दौरान वे मिशन 2026 (Mission 2026) के तहत चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान (Naxal Elimination Campaign) पर चर्चा करेंगे। खास बात यह है कि उनकी मौजूदगी के दौरान मुरिया दरबार (Muria Darbar) का आयोजन होगा, जहां वे जनता की समस्याएं और सुझाव सीधे सुनेंगे।
मुरिया दरबार का आयोजन और बड़ी मौजूदगी
मुरिया दरबार का आयोजन 4 अक्टूबर को सिरहासार भवन (Sirhasar Bhavan) में किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnu Deo Sai), विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh), प्रदेश मंत्रिमंडल के मंत्री और बस्तर संभाग (Bastar Division) के जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। सांसद और दशहरा कमेटी के अध्यक्ष महेश कश्यप ने राजधानी रायपुर (Raipur) में मुख्यमंत्री को इस आयोजन का आमंत्रण दिया।
बस्तर दशहरा का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व
बस्तर दशहरा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह आदिवासी परंपराओं, सामाजिक समरसता और जनसंवाद का प्रतीक है। मुरिया दरबार में आमजन अपनी समस्याओं को सीधे नेताओं और अधिकारियों के सामने रखते हैं। अमित शाह की मौजूदगी से इस बार यह आयोजन और भी खास होने जा रहा है।
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