CG Religious Conversion Case: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में धर्मांतरण (Religious Conversion) के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। राज्य सरकार और प्रशासन की कोशिशों के बावजूद यह घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा घटनाक्रम जांजगीर-चांपा (Janjgir-Champa) और बालोद (Balod) जिले से सामने आया है, जहां प्रार्थना सभा (Prayer Meeting) की आड़ में धर्मांतरण की कोशिश की जा रही थी।
जांजगीर-चांपा में दो लोग हिरासत में
जिले के नवागढ़ (Nawagarh) थाना क्षेत्र के गोधना (Godhna) गांव में रविवार को यह मामला सामने आया। जानकारी के अनुसार गांव में एक घर में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। इस दौरान कुछ लोगों पर धर्म परिवर्तन (Conversion) कराने की कोशिश करने का आरोप लगा। जैसे ही हिंदू संगठन (Hindu Organization) के कार्यकर्ताओं को इसकी खबर लगी, वे बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस तुरंत पहुंची और हालात को काबू में किया। पुलिस ने मौके से दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जिसके चलते प्रशासन ने एहतियातन अतिरिक्त पुलिस बल (Police Force) की तैनाती कर दी है।
बालोद जिले में 22 लोग पुलिस गिरफ्त में
इसी तरह बालोद जिले के गुंडरदेही (Gundardehi) थाना क्षेत्र के चैनगंज (Chainganj) गांव में रविवार को धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आया। यहां एक स्थानीय व्यक्ति के घर पर प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ था। धीरे-धीरे सभा में लोगों की संख्या बढ़ने लगी। ग्रामीणों को शक हुआ कि यह सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि धर्मांतरण की गतिविधि है।
ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई और तत्काल पुलिस को सूचना दी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरे कार्यक्रम को रोका और 22 लोगों को हिरासत में ले लिया।
ग्रामीणों में आक्रोश और तनाव
दोनों जिलों में सामने आए इन मामलों ने ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ा दिया है। लोग प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मुद्दे लगातार सुर्खियों में रहते हैं। कई बार इस तरह की घटनाएं ग्रामीण इलाकों में तनाव का कारण भी बन जाती हैं। सरकार और प्रशासन के सामने यह चुनौती बनी हुई है कि लोगों का विश्वास बनाए रखा जाए और ऐसी घटनाओं को रोका जाए।