रायपुर। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के रमदहा जलप्रपात में रविवार को डूबे तीन और लोगों के शव सोमवार को बरामद कर लिए गए, जिससे इस हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई। कोरिया जिले के कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने यह जानकारी दी। शर्मा ने बताया कि राजधानी रायपुर से लगभग 300 किलोमीटर दूर कोटाडोल पुलिस थाना क्षेत्र के रमदहा जलप्रपात में डूबे अभय सिंह , श्वेता सिंह और श्रद्धा सिंह के शव सोमवार सुबह बरामद हुए।
हादसे में मारे गए तीन अन्य लोगों-रत्नेश सिंह , हिमांशु सिंह और ऋषभ सिंह के शव रविवार को मिले थे। शर्मा के मुताबिक, मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के रहने वाले सिंह परिवार के 15 सदस्य रविवार को पिकनिक मनाने रमदहा जलप्रपात पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि परिवार जब जलप्रपात के कुंड में नहा रहा था, तब उसके सात सदस्य पानी में डूब गए। शर्मा के अनुसार, घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला और पुलिस प्रशासन ने एक पुलिस दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया। वहीं, स्थानीय गोताखोरों की मदद से राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), होमगार्ड और पुलिस जवानों के संयुक्त दल ने तलाशी अभियान शुरू किया गया।
कलेक्टर ने बताया अभियान के दौरान बचाव दल ने रविवार को दो लोगों-रत्नेश सिंह और सुरेखा सिंह को जलप्रपात से बाहर निकालकर अस्पताल भेजा, जहां रत्नेश को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि सुरेखा की हालत खतरे से बाहर है। उन्होंने बताया कि रविवार देर शाम हिमांशु और सुरेखा के पति ऋषभ के शव भी बरामद कर लिए गए। शर्मा के मुताबिक, लगातार चले अभियान के बाद बचाव दल ने सोमवार को श्वेता, श्रद्धा और अभय के शव भी बरामद कर लिए।
उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जिसके बाद उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। जिले के एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, रिश्ते में श्वेता, श्रद्धा और हिमांशु भाई-बहन थे, जबकि रत्नेश और अभय भाई थे। उन्होंने बताया कि लोगों से जलप्रपात में स्नान न करने का अनुरोध किया गया है और इस संबंध में एक चेतावनी बोर्ड भी वहां लगाया गया है। बावजूद इसके सिंह परिवार गहरे पानी में उतर गया था।