छठ पूजा की रौनक इस बार गंगा किनारे कुछ अलग ही दिखी… सैंड आर्टिस्ट रूपेश सिंह ने बालू से बनाई एक मनमोहक झांकी, जिसमें छठ मईया और सूर्य देव को अर्घ्य देते हुए भक्त नजर आ रहे हैं। तीन दिन की मेहनत से बनी ये झांकी न सिर्फ खूबसूरत है, **बल्कि** आस्था और कला का अनोखा संगम भी है।
बालू के हर कण में झलकती है भक्ति… और हर आकृति में दिखता है समर्पण। रूपेश सिंह ने कहा — “ये सिर्फ कला नहीं, श्रद्धा का प्रतीक है।” सच में… जब कला में आस्था घुल जाती है, तो नज़ारा कुछ ऐसा ही बनता है!
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