Chhath Puja 2023: 17 नवंबर से शुरू हुए छठ पर्व का आज आखिरी दिन है। छठ का व्रत रखने वाली महिलाओं ने सुबह से उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके बाद छठ पर्व की समाप्ति हो गई है।
नहाय खाय से शुरू हुआ था पर्व
आपको बता दें छठ पर्व की शुरूआत 17 नवंबर को नहाय खाय के साथ हुई थी। इसके बाद कल 19 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। सूर्य की बहन छठी मैय्या की पूजा के लिए छठ पर्व खास माना जाता है।
सुबह शुभ मुहूर्त में दिया अर्घ्य
20 नवंबर यानिआज उगते सूर्य को शुभ मुहूर्त में अर्घ्य दिया गया। सुबह जैसे ही 06:47 मिनट सूर्योदय हुआ। व्रतियों ने विधि-विधान से पूजा के बाद सूर्य को अर्घ्य दिया।
उषा अर्घ्य का महत्व
चार दिवसीय छठ पूजा (Chhath Puja 2023) का समापन उषा अर्घ्य होता है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ के व्रत का पारण किया गया। इस दिन व्रत रखने वाले लोग सूर्योदय से पहले नदी के घाट पर पहुंचकर उदित सूर्य को अर्घ्य देते हैं। इसके बाद सूर्य देव और छठ माता से संतान के सुखी जीवन और परिवार की सुख-शांति की कामना करते हैं।
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