नई दिल्ली। संतान की प्राप्ति और Chhath Puja 2021 उसके सुखी जीवन के लिए किया जाने वाला छट पूजन का पर्व 10 नवंबर को मनाया जाएगा। हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा होती है।बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में दिवाली के बाद छठ पूजा का प्रारंभ होता है। तीन दिनी इस व्रत में मुख्यत: रूप से सूर्य देव की पूजा होती है। इसलिए इसे सूर्य षष्ठी भी कहा जाता है। आइए जानते हैं इस वर्ष छठ पूजा की प्रमुख तारीखों के बारे में।
नहाय खाय —
छठ पूजा का प्रारंभ नहाय खाय से होता है। इस वर्ष नहाय खाय 08 नवंबर को होगा।
खरना —
छठ पूजा में दूसरा दिन खरना होता है। जो कि इस साल 09 नवंबर को है। इये लोहंडा भी कहते है। यह छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है। इसमें दिन भर व्रत रखके और रात में खीर खाकर फिर 36 घंटे का कठिन व्रत रखा जाता है। खरना के दिन छठ पूजा का प्रसाद बनाया जाता है।
छठ पूजा —
खरना के अगले दिन छठी मैया और सूर्य देव की पूजा होती है। इस साल छठ पूजा 10 नवंबर को है। छठ पूजा के दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है।
छठ पूजा समापन —
छठ पूजा का समापन अगले दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ हो जाता है। 36 घंटे का कठिन व्रत पारण के बाद पूर्ण किया जाता है।
छठ पूजा 2021 कैलेंडर —
08 नवंबर — दिन — सोमवार — नहाय खाय से छठ पूजा का प्रारंभ
09 नवंबर — दिन — मंगलवार — खरना
10 नंवबर — दिन — बुधवार — छठ पूजा, डूबते सूर्य को अर्घ्य
11 नवंबर — दिन — गुरुवार — उगते हुए सूर्य को अर्घ्य, छठ पूजा समापन