हाइलाइट्स
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बुजुर्ग मरीज को पीटने वाले डॉक्टर को नौकरी से हटाया
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अस्पताल का सिविल सर्जन डॉ. अहिरवार सस्पेंड
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वीडियो सामने आने के बाद मामले ने तूल पकड़ा
Chhatarpur News: छतरपुर जिला अस्पताल में डॉक्टर द्वारा बुजुर्ग मरीज से मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद शासन ने बड़ी कार्रवाई की। डॉक्टर राजेश मिश्रा और रेडक्रॉस कर्मचारी राघवेंद्र खरे को बर्खास्त ( सेवा समाप्त) कर दिया गया है, जबकि अस्पताल के सिविल सर्जन सह मुख्य अधीक्षक डॉ. जीएल अहिरवार को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना 17 अप्रैल की है और उसका वीडियो 20 अप्रैल को वायरल हुआ।
लेट आने की पूछने पर डॉक्टर से की थी बुजुर्ग से मारपीट
17 अप्रैल का सुबह नौगांव निवासी उद्धव लाल जोशी अपनी पत्नी लाली जोशी (70) के साथ इलाज के लिए 30 किलोमीटर दूर से अस्पताल आए थे। काफी देर इंतजार के बाद जब डॉक्टर अस्पताल में पहुंचे तो बुजुर्ग ने पूछ लिया कि डॉक्टर साहब लेट क्यों हो गए ? इस पर डॉक्टर मिश्रा नाराज हो गए और बुजुर्ग को थप्पड़ जड़ दिया। साथ ही उनके हाथ से पर्चा लेकर फाड़ दिया।
इतना ही नहीं डॉक्टर ने अपने एक साथी की मदद से बुजुर्ग को लात-घूंसों से जमकर पीटा। इसके बाद हाथ-पैर पकड़कर घसीटकर अस्पताल से बाहर कर दिया। इसका वीडियो रविवार, 20
डॉ. राजेश मिश्रा बर्खास्त
डॉ. राजेश मिश्रा अस्पताल में संविदा स्नातकोत्तर चिकित्सा अधिकारी अस्थीरोग विशेषज्ञ के पद पर जिला अस्पताल छतरपुर में पदस्थ थे। बुजुर्ग के साथ मारपीट मामले में शासन ने उनके आचरण को कदाचरण माना है और उनकी सेवा समाप्ति को आदेश जारी किया है। डॉ. मिश्रा की बर्खास्तगी का आदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मप्र के मिशन संचालक डॉ. सलोनी सिडाना के हस्ताक्षर से जारी किया गया है।
सविल सर्जन डॉ. अहिरवार इसलिए सस्पेंड

डॉ. राजेश मिश्रा द्वारा बुजुर्ग से मारपीट मामले में अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. जीएल अहिरवार को भी सस्पेंड कर दिया गया है। डॉ. अहिरवार पर दायित्वों का ठीक से निर्वहन नहीं करने के कारण यह कार्रवाई की गई है। निलंबन आदेश में यह बताया गया है कि डॉ. अहिरवार ने अपने अधीनस्थ स्टॉफ पर नियंत्रण किया, जिसके कारण बुजुर्ग के साथ मारपीट की घटना घटित हुई।
बुजुर्ग से मारपीट से सरकार की छवि धूमिल !
बुजुर्ग से मारपीट करने वाले डॉ. राजेश मिश्रा की करतूत से स्वास्थ्य विभाग और सरकार की छवि धूमिल हुई है। विपक्ष ने भी सरकार पर निशाना साधा है। वहीं इस बात को संचालक, लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मध्यप्रदेश ने भी अपने आदेश में माना है कि इस मारपीट की घटना से विभाग की छवि धूमिल हुई है।
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कांग्रेस ने सरकार पर साधा था निशाना
घटना को लेकर कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया X पोस्ट पर लिखा- यह मोहन सरकार के कुशासन की तस्वीर है!! छतरपुर में सरकारी अस्पताला में एक 77 साल के बुजुर्ग मरीज को डॉक्टर ने अमानवीय तरीके से घसीटकर बाहर फेंक दिया।
इसमें डॉ. मोहन यादव को टैग करते हुए आगे लिखा- यह आपका कैसा विकास मॉडल है, जिसमें सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं यातनाएं मिल रही हैं !
मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों में बार-बार सामने आते दृश्य बता रहे हैं कि भाजपा राज में स्वास्थ्य “सेवा” नहीं “प्रताड़ना” बन गई है !
छतरपुर जिला अस्पताल में बुजुर्ग से मारपीट: डॉक्टर 77 साल के मरीज को घसीटकर ले गया और जमीन पर पटका, जानें क्या मामला
Chhatarpur News: मध्यप्रदेश के छतरपुर जिला अस्पताल में एक डॉक्टर ने 77 वर्षीय बुजुर्ग मरीज के साथ बुरी तरह से मारपीट की। उन्होंने बुजुर्ग का हाथ पकड़कर उन्हें घसीटते हुए अस्पताल की चौकी तक ले गए और वहां उन्हें जमीन पर पटक दिया। बुजुर्ग का केवल इतना ही दोष था कि उन्होंने डॉक्टर से लेट आने का कारण पूछ लिया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…