नई दिल्ली। भारतीय मूल के 12 वर्षीय अमेरिकी शतरंज खिलाड़ी अभिमन्यु मिश्रा दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बन गए हैं। अभिमन्यु ने रूस के सर्गेई कर्जाकिन के 19 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। खासबात ये है कि न्यू जर्सी में रहने वाले अभिमन्यु ने बुडापेस्ट में भारत के ही ग्रैंडमास्टर लियोन को हराकर इस उपलब्धि को अपने नाम किया है। उन्होंने लियोन को हराते हुए 2600 रेटिंग प्वांइट हासिल किए।
2019 में दुनिया के सबसे युवा अंतरराष्ट्रीय मास्टर भी बने थे
गौरतलब है कि इससे पहले भी वर्ष 2019 में अभिमन्यु दुनिया के सबसे युवा अंतरराष्ट्रीय मास्टर बने थे और तब उन्होंने भारत के आर प्रागनंदा का रिकॉर्ड तोड़ा था। बतादें कि इस मैच को जीतने के बाद अभिमन्यु ने कहा कि लियोन के खिलाफ मैच मुश्किल था, लेकिन उसकी ओर से एक गलती और मैंने मील का पत्थर पार कर लिया। बतादें कि इस मैच को खेलने से पहले अभिमन्यु ने महामारी के चलते बीते कई महीनों से ओवर-द-बोरेड कोई इवेंट नहीं खेला था। लेकिन जैसे-जैसे स्थिति सामान्य होने लगी, अभिमन्यु ने कुछ टूर्नामेंट में भाग लेना शुरू कर दिया और इस साल मार्च में उनकी ईएलओ रेटिंग 2400 को पार कर गई थी और अब 2600 रेटिंग अंक प्राप्त करके अभिमन्यु दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बन गए हैं।
अभिमन्यु के पिता सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं
अभिमन्यु के पिता हेमंत मिश्रा, न्यूजर्सी में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। हेमंत कहते हैं कि अभिमन्यु को टूर्नामेंट खेलने के लिए यूरोप ले जाना उनके लिए आसान नहीं था। लेकिन हम जानते थे कि यूरोप में होने वाला टूर्नामेंट बड़ा मौका है। हमने जो सपना देखा था वह आज साकार हो गया है। इस भावना का वर्णन करने के लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं है।