भोपाल। पिछले दिनों देशभर का सबसे अधिक ध्यान चीतों पर ही आकर्षित रहा। अब कई लोगों का यह सोचना है कि वह कूनो पार्क में कब चीतों को देखने जा सकते है। इस विषय पर रविवार को पीएम मोदी ने भी बात की। उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है कि पुरस्कार के रूप में आपको कूनो जाने का मौका मिल सके।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मन की बात में देशवासियों से चीते का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि लोगों का एक सामान्य सवाल यह है कि हमें चीतों को देखने का अवसर कब मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक टॉस्कफोर्स का गठन यह देखने के लिए किया गया है कि नए माहौल में चीते कितने घुल-मिल पाए हैं। इसी आधार पर कुछ महीने बाद निर्णय लिया जाएगा कि लोग चीते कब देख पाएंगे। पीएम मोदी की इस बात पर हम यह अंदाजा लगा सकते हैं अगले कुछ महीनों बाद हमे चीता देखने के लिए कूनो नेशनल पार्क जा सकते हैं।
अभियान का नाम बताने को कहा
वहीं मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि मैं आप सबको कुछ-कुछ काम सौंप रहा हूँ। इसके लिए “मॉय गव” के प्लेटफार्म पर एक प्रतियोगिता की जाएगी, जिसमें लोगों से कुछ शेयर करने का मैं आग्रह करता हूं। आपको यह बताना है कि चीतों को लेकर हम जो अभियान चला रहे हैं, उस अभियान का नाम क्या होना चाहिए।
चीतों के नामकरण पर बात
प्रधानमंत्री ने कहा कि क्या हम चीतों के नामकरण के बारे में भी सोच सकते हैं। यह तय कर सकते हैं कि इनमें से हर एक चीते को, किस नाम से बुलाया जाए। यह नाम अगर परंपरागत स्वरूप के हों तो अच्छा रहेगा, क्योंकि अपने समाज, संस्कृति, परंपरा और विरासत से जुड़ी हुई कोई भी चीज हमें सहज ही अपनी ओर आकर्षित करती है।
पुरस्कार में मिल सकता है कूनो जाने का मौका
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आप यह भी बताएँ कि इंसानों को पशुओं के साथ कैसा व्यवहार रखना चाहिए। हमारे मूलभूत कर्त्तव्यों में भी पशुओं के प्रति सम्मान पर बल दिया गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस प्रतियोगिता में सभी लोगों से भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि यह भी हो सकता है कि प्रतियोगिता में पुरस्कार स्वरूप चीतों को देखने का पहला अवसर आपको ही मिल जाए।
सीएम ने कहा- यह वाईल्ड लाइफ की सबसे बड़ी घटना
देश में चीतों की पुनर्स्थापना के लिए प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान का चयन किया गया था। प्रधानमंत्री ने अफ्रीका से आए चीतों को अपने जन्म-दिवस 17 सितम्बर को श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा। एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भारत में चीतों के पुर्स्थापन के लिए मध्यप्रदेश को चुनने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार मानते हुए इसे वाईल्ड लाइफ की सबसे बड़ी घटना बताया।