Champai Soren Join BJP: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम पार्टी के दिग्गज नेता चंपई सोरेन आज भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं। चंपई सोरेन ने रविवार 18 अगस्त को शाम करीब 6 बजे अपने सोशल मीडिया एक्स पर एक ट्वीट कर अपना दर्द बया किया।
जोहार साथियों,
आज समाचार देखने के बाद, आप सभी के मन में कई सवाल उमड़ रहे होंगे। आखिर ऐसा क्या हुआ, जिसने कोल्हान के एक छोटे से गांव में रहने वाले एक गरीब किसान के बेटे को इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया।
अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत में औद्योगिक घरानों के खिलाफ मजदूरों की आवाज…
— Champai Soren (@ChampaiSoren) August 18, 2024
झारखंड के पूर्व सीएम ने लिखा कि उस पार्टी में अब मेरा कोई वजूद नहीं है। चंपई सोरेन ने यह भी कहा कि पार्टी में हो रहे अपमान और तिरस्कार के बाद वह वैकल्पिक राह को तलाशने पर मजबूर हो गए हैं।
जीतन राम मांझी ने किया चंपई का स्वागत
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने चंपई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की अटकलों पर करीब-करीब मोहर लगा दी है। केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया कि चंपई सोरेन को एनडीए का हिस्सा बनने के लिए बधाई दी है।
चंपाई दा आप टाईगर थें,टाईगर हैं और टाईगर ही रहेंगें।
NDA परिवार में आपका स्वागत है।
जोहार टाईगर…@ChampaiSoren— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) August 18, 2024
उन्होंने एक्स पर लिखा कि चंपई दा आप टाईगर थें, टाईगर हैं और टाईगर ही रहेंगे। एनडीए परिवार में आपका स्वागत है। जीतन राम मांझी का यह पोस्ट चंपई सोरेन के पोस्ट से करीब तीन घंटे बाद आया था।
इस वजह से नहीं बन सकते सीएम
पार्टी बदलने के बाद माना जा रहा था कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी झारखंड का सीएम पद का उम्मीदवार बना सकती हैं, लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि उन्हें बीजेपी सीएम नहीं बनाएगी। दरअसल, इसके पीछे कारण यह है कि राज्य में पहले से ही अर्जुन मुंडा और बाबूलाल मरांडी जैसे बड़े नेता मुख्यमंत्री बनने के प्रबल दावेदार हैं। हालांकि, बीजेपी मुख्यमंत्री का नाम झारखंड में सरकार बनने के बाद ही तय कर सकती है।
बीजेपी को क्या होगा फायदा?
अब सवाल यह उठ रहे हैं कि चंपई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने पर बीजेपी को इसका कितना फायदा मिलेगा? तो इसका जवाब यह है कि चंपई सोरेन के पार्टी बदलने से कोल्हान रीजन में जेएमएम के वोटबैंक पर काफी बड़ा असर पड़ेगा। वहीं, आदिवासी वोट जेएमएम की तरफ न जाकर भारतीय जनता पार्टी की तरफ खिसक सकता है। दरअसल, आदिवासी समुदाय के बीच कोल्हान रीजन में चंपई सोरेन ही उनके नेता हैं।
वहीं कोल्हान टाइगर विधानसभा की 14 सीटों पर भाजपा को फायदा हो सकता है। इससे बीजेपी के लिए जेएमएम पर परिवारवाद वाला नैरेटिव चिपकाना आसान हो जाएगा। चंपई सोरेन अगर जेएमएम छोड़कर भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो इससे झारखंड चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बहुत बड़ा बूस्ट मिलेगा।
हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर लगाए आरोप
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इशारों ही इशारों में चंपई सोरेन और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि घर और पार्टी को पैसे के दम पर तोड़ा जा रहा है। चंपई के बीजेपी ज्वाइन करने की अटकलों पर हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि समाज तो छोड़ो यह घर को फाड़ने का काम भी करते हैं। पार्टी तोड़ने का काम करते हैं। आए दिन कभी इस विधायक को खरीद लिया, कभी उस विधायक को खरीद लिया।
चंपई के साथ 5 विधायक!
हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद इसी साल की शुरुआत में चंपई सोरेन को सीएम बना दिया था। जेएमएम ने चंपई पर कविता सोरेन से भी अधिक भरोसा किया था।
चंपई झारखंड सरकार में आज भी मंत्री पद पर हैं, लेकिन पार्टी से उनको मोहभंग हो चुका है। सोमवार को वह अपने सियासी सफर पर बड़ा फैसला ले सकते हैं। अकटलें हैं कि चंपई सोरेन अपने साथ जेएमएम के विधायकों को भी बीजेपी में लेकर जा सकते हैं।