Navratri 2025 Kalash Hatane ke Niyam: 30 अप्रैल से शुरू हुई चैत्र नवरात्रि की समाप्ति 6 अप्रैल 2025 हो जाएगी। मंदिरों के साथ-साथ घरों में हवन पूजन किया जा रहा है।
प्रथम दिन माता रानी की कलश स्थापना के साथ विधि-विधान से पूजन शुरू किया गया था। शुरूआत में हमने आपको कलश स्थापना के नियम बताए थे तो चलिए अब नवरात्रि की समाप्ति पर स्थापित कलश का क्या करना चाहिए ये भी जान लें।
सबसे पहले मांगे माफी
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जिस तरह नवरात्रि के प्रारंभ में कलश स्थापना के नियम होते हैं। उसी तरह इसकी समाप्ति के भी कुछ नियम है। नवमी पर हवन पूजन समाप्त करने के बाद सबसे पहले मां दुर्गा को प्रणाम करके उनसे माफी मांगे।
इसके बाद कलश से छूकर पूजा के दौरान हुई गलतियों के लिए क्षमा मांगे। इसके बाद नारियल को उठाकर उस नारियल को किसी कन्या या ब्राहृमण को दान कर दें। अगर ऐसा न कर पाएं तो इस स्थिति उस नारियल को फोड़ा भी जा सकता है।
कलश के चावल और जल का क्या करना चाहिए?
ज्योतिषाचार्य के अनुसार कलश और पूजन में जो चावल का उपयोग किया जाता हैं उसे पक्षियों को डाल देना चाहिए। इसके अलावा पूजन में कलश में रखा हुआ जल किसी ऐसी क्यारी में डाल देना चाहिए, जिसका पानी किसी पैर में न लगे। या फिर इसे तुलसी के पौधे में भी डाला जा सकता है।
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