CGPSC Scam Case: छत्तीसगढ़ का सबसे चर्चित सीजीपीएससी घोटाला मामले में एक और अपडेट सामने आया है। इस मामले में एक और आरोपी को अरेस्ट किया है। देवेंद्र जोशी सहयोगी है रेलकर्मी स्वप्निल दुबे का, जिसे अरेस्ट किया गया है। इस मामले में अभी और गिरफ्तारी हो सकती है। इस गिरो में कई अधिकारी-कर्मचारियों के शामिल होने की आशंका है।
बता दें कि इस मामले में सीबीआई की एंट्री होने के बाद कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। सीबीआई ने अब तक इस मामले में मुख्य आरोपी टामन सिंह सोनवानी के अलावा उन से जुड़े अन्य लोगों को भी अरेस्ट (CGPSC Scam Case) कर लिया है। जिनसे पूछताछ किए जाने के बाद अभी और गिरफ्तारी होना बाकी है। बेरोजगारों से 50-50 लाख रुपए तक वसूले गए हैं। आरोपी टामन सिंह सोनवानी का रिश्तेदार है। बता दें कि CG-PSC के पूर्व अध्यक्ष हैं टामन सिंह।
पहले भी सीबीआई ने आरोपियों को किया है अरेस्ट
CGPSC Scam Case: छत्तीसगढ़ का सबसे चर्चित पीएससी घोटाला मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। जहां सीबीआई ने बड़ा एक्शन लेते हुए कुल 7 लोगों को अरेस्ट किया है। जिनमें से आज पांच आरोपियों की रिमांड खत्म हो रही है। इन आरोपियों को सीबीआई कोर्ट में पेश करेगी।
आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद सीबीआई (CGPSC Scam Case) इन आरोपियों से और पूछताछ करने के लिए रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकती है। कोर्ट ने साहिल सोनवानी, शशांक और भूमिका को जेल भेजा है। नितेश, ललित गनवीर को भी भेजा जा चुका है। जेल, टामन सोनवानी, श्रवण गोयल को भी CBI कर सकती है पेश। पूर्व में गिरफ्तार एसके गोयल की बेटे-बहू हैं शशांक-भूमिका।
क्या CGPSC घोटाले ?
CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ कैंडिडेट्स (CGPSC Scam Case) के चयन को लेकर विवाद है। EOW और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में केस दर्ज किया है। PSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी। इन्हीं भर्तियों को लेकर ज्यादा विवाद है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की मनमानी करते हुए नौकरी लगवाई है। पढ़ें पूरी खबर…