/bansal-news/media/post_attachments/PRD_BansalNews/TvR4F98m-CG-Weather-Update.webp)
CG Weather Update
हाइलाइट्स
साइक्लोन ‘मोंथा’ से बदलेगा मौसम
दक्षिण छत्तीसगढ़ में भारी बारिश अलर्ट
हवाएं चलेंगी 80 किमी प्रति घंटे तक
CG Weather Update : छत्तीसगढ़ में अक्टूबर के आख़िरी दिनों में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने जा रहा है। बंगाल की खाड़ी में बना साइक्लोन ‘मोंथा’ (Cyclone Montha) अब दक्षिणी छत्तीसगढ़ के मौसम को प्रभावित करेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 28 और 29 अक्टूबर को प्रदेश के कई हिस्सों, खासकर दक्षिण छत्तीसगढ़ के जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा और 60–80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
दक्षिण छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का अलर्ट
[caption id="attachment_921596" align="alignnone" width="1108"]
छत्तीसगढ़ नाउकास्ट[/caption]
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर जैसे जिलों में भारी से अति भारी वर्षा (Heavy Rainfall Alert) हो सकती है। इन क्षेत्रों में हवाओं की रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे (Wind Speed 70-80 kmph) तक पहुंचने की संभावना है। वहीं, राजधानी रायपुर में बादल छाए रहने और गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
पिछले 24 घंटों में प्रदेश में रायपुर का अधिकतम तापमान 32.5°C और पेण्ड्रारोड का न्यूनतम तापमान 19°C दर्ज किया गया। वहीं बेलगहना में सबसे अधिक 3 सेमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि पिपरिया, कशडोल, अंतागढ़, छुईखदान और भिंभोरी में 1 सेमी बारिश रिकॉर्ड हुई है।
कैसे असर डालेगा साइक्लोन ‘मोंथा’?
[caption id="attachment_921595" align="alignnone" width="1260"]
चक्रवाती तूफान मोंथा का असर[/caption]
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह चक्रवाती तूफान पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना है और यह धीरे-धीरे काकीनाडा और कलिंगपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है। 28 अक्टूबर की शाम या रात तक इसके एक गंभीर चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm) में बदलने की संभावना है।
उस समय हवा की गति 90-100 किमी प्रति घंटा तक पहुँच सकती है और झोंके 110 किमी प्रति घंटा तक जा सकते हैं। इसका अप्रत्यक्ष असर छत्तीसगढ़ के दक्षिणी और मध्य जिलों में देखने को मिलेगा। यहां भारी से अति भारी वर्षा, तेज हवाएं, और बिजली कड़कने जैसी स्थितियां बन सकती हैं।
रायपुर का मौसम पूर्वानुमान
[caption id="attachment_921598" align="alignnone" width="1091"]
cg mausam distribution[/caption]
राजधानी रायपुर में आज दिनभर आकाश सामान्यतः मेघाच्छन्न (Cloudy Sky) रहेगा। दोपहर या शाम के समय गरज-चमक के साथ बारिश (Thunderstorm & Rain) हो सकती है। तापमान 25°C से 30°C के बीच रहने की उम्मीद है। 29 अक्टूबर को भी हल्की से मध्यम वर्षा और 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक की हवा चलने की संभावना बनी रहेगी।
दो दिनों बाद भी जारी रहेगा असर
मौसम विभाग के अनुसार, साइक्लोन के कमजोर पड़ने के बाद भी मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर जारी रह सकता है। 31 अक्टूबर तक इन इलाकों में कहीं-कहीं भारी वर्षा (Heavy Rain) और 50-60 किमी प्रति घंटे की हवा (Wind Gusts) चलने की संभावना है।
राज्य के लोगों को सलाह दी गई है कि खुले क्षेत्रों में रहने से बचें, पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों, और जरूरत पड़ने पर ही यात्रा करें। किसानों को अपने फसलों की सुरक्षा और जल निकासी व्यवस्था पर ध्यान देने को कहा गया है।
ये भी पढ़ें: Cyclone Montha: आज चक्रवाती तूफ़ान का रूप ले सकता है साइक्लोन मोंथा, IMD ने इस राज्य के लिए जारी किया अलर्ट
FAQs..
1. साइक्लोन ‘मोंथा’ छत्तीसगढ़ को कब और कैसे प्रभावित करेगा?
जवाब – साइक्लोन मोंथा का असर 28 और 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा रहेगा। दक्षिणी जिलों जैसे बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर में भारी बारिश और 70–80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। रायपुर और आसपास हल्की से मध्यम वर्षा होगी।
2. किन जिलों में सबसे ज्यादा सतर्कता बरतनी चाहिए?
जवाब – बस्तर संभाग के सभी जिले- सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर और कोंडागांव में भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी है। यहां बिजली गिरने और पेड़ गिरने जैसी घटनाओं से सावधानी जरूरी है।
3. किसानों को किन सावधानियों का पालन करना चाहिए?
जवाब – किसान अपनी कटाई की फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखें, खेतों में जलभराव रोकने के लिए निकासी की व्यवस्था करें और खुले में रखे अनाज या धान को ढककर रखें। बिजली के खंभों या पेड़ों के पास काम न करें।
4. साइक्लोन के बाद भी मौसम पर क्या असर रहेगा?
जवाब – मौसम विभाग के अनुसार, 31 अक्टूबर तक बारिश और तेज हवाओं का असर जारी रह सकता है। कुछ क्षेत्रों में मध्यम से भारी वर्षा की संभावना बनी रहेगी, इसलिए अगले दो-तीन दिन तक सतर्क रहना जरूरी है।
ये भी पढ़ें: CG Teacher Shortage : समायोजन के बाद भी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी, प्रदेश में 22,464 पद खाली, पढ़ाई पर असर
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/10/15/2025-10-15t102639676z-logo-bansal-640x480-sunil-shukla-2025-10-15-15-56-39.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें