रायपुर। विधानसभा शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की शुरुआत में सदन की कार्यवाही हंगामेदार रही। शुरुआत में ही पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर नारेबाजी की गई। वहीं नि:शुल्क चावल वितरण में अनियमितता का मुद्दा उठाते हुए जमकर नारेबाजी की। गर्भ गृह में जा कर बीजेपी सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जिसके चलते सदन की कार्यवाही को 1 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। बता दें कि इससे पहले बीजेपी विधायक हाथ में काली पट्टी बांधकर विधानसभा पहुंचे थे। यह धर्मांतरण का विरोध करने का तरीका था। JCC(J) के विधायक प्रमोद शर्मा भी काली पट्टी पहने नजर आए।
दरअसल पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सत्ता पक्ष पर नि:शुल्क चावल वितरण योजना में गड़बड़ी किए जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि इस योजना में करीब एक करोड़ 50 लाख क्विंटल चावल का घोटाला किया गया है। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी के सदस्य हिंदी में नहीं समझ रहे हैं। जब उन्होंने ऐसा कहा तो विपक्ष ने सदन में हंगामा शुरु कर दिया। पक्ष-विपक्ष में काफी देर तक नोकझोंक होती रही, जिसपर विधानसभा अध्यक्ष ने 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।
बता दें कि वहीं तीसरे दिन की कार्यवाही में पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत को अध्यक्ष पद पर चार साल पूरे होने पर बधाई दी। इसके बाद बीजेपी विधायक रंजना साहू ने धमतरी के एक सीसी रोड के निर्माण निविदा की जानकारी मांगी। उनके सवाल पर मंत्री शिव डहरिया ने बयान दिया। उन्होंने बताया कि रोड का निर्माण अवैध प्लाटिंग एरिया में पाया गया, जिसके चलते उसकी निविदा रद्द की गई है।