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CG SET Exam 2024: छत्तीसगढ़ सेट परीक्षा के बाद क्या कह रहे अभ्यर्थी, हिंदी कैंडिडेट्स को क्यों हुई परेशानी?

CG SET Exam 2024: छत्तीसगढ़ सेट परीक्षा के बाद क्या कह रहे अभ्यर्थी, हिंदी कैंडिडेट्स को क्यों हुई परेशानी?

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Harsh Verma
CG SET Exam 2024: छत्तीसगढ़ सेट परीक्षा के बाद क्या कह रहे अभ्यर्थी, हिंदी कैंडिडेट्स को क्यों हुई परेशानी?

CG SET Exam 2024: छत्तीसगढ़ में रविवार को असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए व्यापमं ने सीजी सेट की परीक्षा ली. रायपुर में परीक्षा के लिए 95 सेंटर बनाए गए थे. इस परीक्षा में 21639 अभ्यर्थी शामिल हुए. एग्जाम एक्सपर्ट होरीलाल ने एक मीडिया संस्थान से कहा कि पहली बार छत्तीसगढ़ से एक प्रश्न पूछा गया.

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सवाल पूछा गया कि छत्तीसगढ़ का सबसे पुराना विवि कौन सा है? इसका जवाब है इंदिरा कला संगीत विवि. इस परीक्षा में जितने अभ्यर्थी अपीयर हुए हैं उसके टॉप 6 परसेंट वाले ही सेट क्वालीफाई होंगे. ( CG SET Exam 2024 ) परीक्षा देकर एक छात्रा ने बताया कि एग्जाम का लेवल पहले जैसा ही रहा. फर्स्ट पेपर आसान और सेकंड मॉडरेट रहा. सेकंड में अनसिन पैसेज नहीं था. हाल ही में हुए नेट पेपर की अपेक्षा यह सरल था.

   इंग्लिश में पैराग्राफ राइटिंग थोड़ा डिफिकल्ट और कन्यूजन लगा

अभ्यर्थियों ने मीडिया को बताया कि सवाल पूछने के तरीके में थोड़ा बदलाव हुआ है. सीएसआईआर नेट के सेक्शन सी की तरह ही सवालों का स्तर हो गया है. जिसमें कॉबिनेशन में सवाल पूछे जाते हैं. 4 मार्क्स में दो नंबर के कॉबिनेशन में आए थे. इंग्लिश में पैराग्राफ राइटिंग थोड़ा डिफिकल्ट और कन्यूजन वाला था. मैथ्स के सवाल टाइम टेकिंग थे, जिसके चलते सभी सवाल हल करने में समय नहीं बचा.

   हिंदी वाले अभ्यर्थियों को इस वजह से हुई परेशानी 

रविवार को आयोजित हुई सीजी सेट की परीक्षा में सामान्य ज्ञान (पेपर-1) के 5 सवाल सिर्फ अंग्रेजी में पूछ लिए गए. जिससे हिंदी वाले अभ्यर्थियों को परेशानी हुई. ऐग्जाम देकर निकले छात्रों ने मीडिया से कहा कि कम्युनिकेशन के 5 सवाल (सवाल नं. 16 से 20) सिर्फ इंग्लिश में ही क्यों पूछे गए. हिंदी में थे ही नहीं.

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छात्रों ने हिंदी वालों को 5 प्रश्नों के अंक बोनस देने या 5 प्रश्न विलोपित किए जाने की मांग की. कहा कि गलती व्यापमं करे तो भरपाई हम क्यों करें. हम न्याय के लिए अदालत का सहारा लेंगे. रविवि लॉ डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर वेणुधर रौतिया ने मीडियो को कहा कि हिंदी में सवाल न पूछा जाना व्यापमं की गलती है. इससे अभ्यर्थियों को नुकसान हुआ है.

   पेपर-1 के सवाल नं. 30 में विरोधाभास

रविवि के असिस्टेंट प्रोफेसर वेणुधर रौतिया ने एक मीडिया चैनल को बताया कि पेपर-1 के सवाल नं. 30 में विरोधाभास है. ऐसे सवालों का कोई निष्कर्ष नहीं निकलता. इसमें कथन पूछा गया है कि कुछ किताबें पेन हैं. कोई भी पेन पेंसिल नहीं. इसके ऑप्शन में सही विकल्प नहीं है, जबकि ऑप्शन 3- कुछ पुस्तकें पेंसिल नहीं हैं, सही हो सकता था.

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