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CG School Timing Change
CG School Timing Change : छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में इस समय नवंबर की कड़ाके की ठंड (extreme cold conditions) पड़ रही है। तापमान सामान्य से कई डिग्री नीचे चला गया है और न्यूनतम पारा 8-9°C के करीब दर्ज किया जा रहा है, जो प्रदेश के सबसे ठंडे स्थानों में शामिल है। लगातार गिरते तापमान और सुबह की तेज ठंड को देखते हुए जिला प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए स्कूलों के समय में बड़ा बदलाव किया है।
20 नवंबर से नई टाइमिंग लागू
कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने आदेश जारी करते हुए सभी शासकीय, अशासकीय और अनुदान प्राप्त स्कूलों के संचालन समय में परिवर्तन किया है। यह व्यवस्था 20 नवंबर 2025 से लागू होकर 31 जनवरी 2026 तक प्रभावी रहेगी।
प्रशासन का कहना है कि उत्तर भारत की तरह ही इस इलाके में नवंबर के शुरुआती दिनों से ही शीतलहर (cold wave alert) जैसी स्थिति बन चुकी है। ऐसे में बच्चों को सुबह स्कूल भेजना स्वास्थ्य की दृष्टि से जोखिमपूर्ण हो सकता है।
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CG School Timing Change[/caption]
दो पाली में चलने वाले स्कूलों के लिए नया शेड्यूल
कलेक्टर के आदेश के अनुसार, दो पाली (double shift schools) में संचालित होने वाले स्कूलों की नई समय-सारणी इस प्रकार होगी—
- प्रथम पाली: सुबह 9:00 बजे से 12:30 बजे तक
- द्वितीय पाली: दोपहर 12:45 बजे से 4:15 बजे तक
प्रशासन का कहना है कि यह बदलाव सुबह की तीखी ठंड (morning chill) और धुंध (dense fog) के कारण किया गया है, जिससे बच्चों को यात्रा में कठिनाई न हो।
एक पाली में संचालित स्कूलों के समय में भी बदवाल
जिले के एकल पाली (single shift schools) वाले सभी स्कूल अब सुबह 10:30 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक संचालित होंगे। यह समय इसलिए निर्धारित किया गया है ताकि बच्चों को बेहद ठंडे सुबह के घंटों में घर से बाहर न निकलना पड़े।
GPM प्रदेश का दूसरा सबसे ठंडा जिला
सरगुजा संभाग के बाद GPM छत्तीसगढ़ का सबसे ठंडा क्षेत्र माना जाता है। यहां मौसम विभाग (IMD) के अनुसार:
- रात में तेज बर्फीली हवाएं (cold winds)
- सुबह घना कोहरा (fog formation)
- न्यूनतम तापमान 8–9°C देखने को मिल रहा है।
ठंड से जनजीवन प्रभावित है और लोग जगह-जगह अलाव (bonfire) जलाकर बचाव कर रहे हैं। बाजारों में शाम होते ही सन्नाटा छा जाता है और सबसे अधिक परेशानी बच्चों व बुजुर्गों को हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग की सर्दी एडवाइजरी
चिकित्सा विशेषज्ञों और बाल चिकित्सकों ने कहा है कि इतनी कम तापमान में हाइपोथर्मिया (hypothermia), शीतदंश (frostbite), वायरल सर्दी-जुकाम (viral flu) का खतरा बढ़ जाता है। इस क्षेत्र में बीते दिनों कई बच्चे सर्दी-जुकाम, खांसी (cold-cough cases) और एलर्जी की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे थे। इसलिए स्कूल समय में बदलाव को अभिभावक राहत के रूप में देख रहे हैं।
प्रशासन ने अभिभावकों से की अपील
जिला प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि..
- बच्चों को गर्म कपड़े (winter clothing) पहनाकर भेजें
- नाश्ता गर्म दें
- सुबह की ठंडी हवा में खेलने न दें
- अस्वस्थ होने पर स्कूल न भेजें
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि मौसम की स्थिति और ठंड में बढ़ोतरी होने पर आगे भी समय-समय पर समीक्षा की जाएगी।


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