CG B.Ed Assistant Teachers Demand: रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीते साल बर्खास्त किए गए बीएड धारक सहायक शिक्षक (B.Ed Assistant Teachers) अब फिर से एक बार चर्चा में हैं। इस बार उनके समर्थन में खुद रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल (MP Brijmohan Agrawal) उतर आए हैं।
उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Vishnu Deo Sai) को पत्र लिखते हुए इन शिक्षकों की पीड़ा को साझा किया और समाधान की मांग की है।
बृजमोहन अग्रवाल ने अपने पत्र में क्या लिखा?
बृजमोहन अग्रवाल ने अपने पत्र में लिखा कि वर्ष 2023 में राज्य सरकार द्वारा एक भर्ती प्रक्रिया के तहत कुछ बीएड धारक युवाओं को सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्त किया गया था।
लेकिन तकनीकी कारणों से 16 माह सेवा देने के बाद इन सभी को नौकरी से निकाल दिया गया। यह फैसला इन युवाओं और उनके परिवारों पर आर्थिक और मानसिक बोझ बन गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि अधिकतर शिक्षक मध्यम वर्गीय और बीपीएल (Below Poverty Line) परिवारों से आते हैं। नौकरी जाने के बाद अब इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इस परिस्थिति में सरकार को इन शिक्षकों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मानवीय दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
बर्खास्त शिक्षकों को विशेष छूट देने की मांग की
बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इन बर्खास्त शिक्षकों को एक बार की विशेष छूट (Special Exemption) देकर प्रयोगशाला सहायक (Laboratory Assistant) या व्यायाम शिक्षक (Physical Education Teacher) जैसे समकक्ष पदों पर समायोजित किया जाए।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि ये युवा राज्य की शिक्षा व्यवस्था में योगदान दे चुके हैं, इसलिए उन्हें यूं ही नजरअंदाज करना न्यायसंगत नहीं होगा।
उन्होंने कहा, “सरकार को संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए इन शिक्षकों के साथ न्याय करना चाहिए। ये युवा अब सिर्फ बेरोजगार नहीं, बल्कि मानसिक और सामाजिक पीड़ा से भी जूझ रहे हैं।”
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