Advertisment

रायपुर की शराब दुकान में मिलावटखोरी: आबकारी विभाग की छापेमारी में बड़ा खुलासा, ऐसे सामने आया फर्जीवाड़ा

Raipur Liquor Shop Fraud: रायपुर की शराब दुकान में मिलावटखोरी, आबकारी विभाग की छापेमारी में बड़ा खुलासा, ऐसे सामने आया फर्जीवाड़ा

author-image
Harsh Verma
Raipur Liquor Shop Fraud

AI Image

Raipur Liquor Shop Fraud: राजधानी रायपुर के लालपुर इलाके में संचालित एक शराब दुकान में आबकारी विभाग (Excise Department) की छापेमारी के दौरान बड़ा घोटाला सामने आया है। दुकान से 17.5 लाख रुपये की मिलावटी और बिना होलोग्राम वाली शराब जब्त की गई है, वहीं 12 लाख रुपये नकद गायब मिले हैं।

Advertisment

इस तरह कुल 29 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा (29 Lakh Fraud) उजागर हुआ है। छापेमारी में स्टेट फ्लाइंग स्क्वॉड (State Flying Squad) और संभागीय टीम (Divisional Team) की संयुक्त कार्रवाई रही।

BIS कंपनी के सुपरवाइजर समेत तीन कर्मचारी फरार, दो FIR दर्ज

इस मामले में ठेका संचालित करने वाली कंपनी बॉम्बे इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी इंडिया लिमिटेड के सुपरवाइजर शेखर कुमार बंजारे उर्फ भोला उर्फ चैन दास बंजारे और तीन सेल्समेन (Salesmen) फरार हैं।

इनके खिलाफ धोखाधड़ी (Cheating) और गबन (Embezzlement) के आरोप में दो अलग-अलग FIR दर्ज की गई है। FIR में कुल 7 कर्मचारियों के नाम हैं।

Advertisment

फर्जी दस्तावेज़ों से भर्ती, कंपनी की भूमिका भी संदेह के घेरे में

जांच में यह भी सामने आया है कि BIS कंपनी ने ब्लैकलिस्टेड (Blacklisted) कर्मचारी को फर्जी दस्तावेजों (Fake Documents) के आधार पर नौकरी दी थी।

अब पुलिस कंपनी की संलिप्तता और भूमिका की भी गंभीरता से जांच (Investigation) कर रही है। टिकरापारा थाना (Tikrapara Police Station) की पुलिस टीम पूरे मामले में गहराई से छानबीन कर रही है।

इनपुट के आधार पर रेड, फिर सामने आया फर्जीवाड़ा

पिछले दिनों आबकारी विभाग को सूचना मिली थी कि लालपुर की शराब दुकान में अवैध शराब गतिविधियां (Illegal Liquor Activities) चल रही हैं।

Advertisment

इसी आधार पर स्टेट फ्लाइंग स्क्वॉड और संभागीय टीम ने संयुक्त छापेमारी (Joint Raid) की, जिसमें ये गड़बड़ियां सामने आईं।
पकड़े गए स्टॉक में शराब की बोतलों पर होलोग्राम नहीं था, जिससे इसकी मिलावट और अवैधता (Adulteration and Illegality) स्पष्ट हुई।

आबकारी विभाग और पुलिस दोनों कर रहे जांच

पुलिस और आबकारी विभाग ने इस मामले को गंभीर आर्थिक अपराध (Serious Financial Crime) मानते हुए जांच तेज कर दी है।

फरार आरोपियों की सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल ट्रेसिंग और गवाहों के बयान (CCTV Footage, Mobile Tracking & Witness Statements) के जरिए तलाश की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

Advertisment

यह भी पढ़ें: CG Assistant Teacher Science: 2621 बी.एड. शिक्षकों के लिए समायोजन काउंसलिंग आज से शुरू, 29 जिलों में मिलेंगी नियुक्तियां

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें