Raipur Tomar Brothers Case: राजधानी रायपुर में पुलिस और नगर निगम की संयुक्त कार्रवाई ने शहर के चर्चित सूदखोरों पर बड़ी चोट की है। भाटागांव इलाके में बने रोहित और वीरेंद्र तोमर के अवैध ऑफिस को सोमवार को बुलडोजर से गिरा दिया गया। यह वही दफ्तर था जहां से दोनों भाई वर्षों से सूदखोरी (Loan Sharking) का काला कारोबार चला रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, यह ऑफिस हिस्ट्रीशीटर (History-Sheeter) रोहित तोमर ने अपनी पत्नी भावना तोमर के नाम पर खोल रखा था। यह निर्माण पूरी तरह से अवैध था और किसी भी अधिकृत नक्शे की मंजूरी नहीं ली गई थी। नगर निगम की टीम ने मौके पर पहुंचकर पहले सामान बाहर निकाला, फिर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में ढहाने की कार्रवाई की।
कोई कानून से बड़ा नहीं: विजय शर्मा
प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने X पर पोस्ट कर इस कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि विष्णुदेव-सरकार में “सुशासन है तो चक्र सुदर्शन भी है” किसी मंत्री-मुख्यमंत्री जी के साथ फोटो खिचवाने से कोई कानून से बड़ा नहीं हो जाता। अपराधी तोमर ने अनेक लोगों को पीड़ा पहुंचाई है।
विष्णुदेव-सरकार में
“सुशासन है तो चक्र सुदर्शन भी है”किसी मंत्री-मुख्यमंत्री जी के साथ फोटो खिचवाने से कोई क़ानून से बड़ा नहीं हो जाता।
अपराधी तोमर ने अनेक लोगों को पीड़ा पहुंचाई है। #जय_बुलडोजर pic.twitter.com/oR9NfRDwZJ
— Vijay sharma (@vijaysharmacg) July 27, 2025
पुलिस ने घेरे रखा पूरा इलाका
किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस की स्पेशल टीम ‘प्रहरी’ (Prahari) भी मौके पर तैनात रही। आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी थी। लोगों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने कार्रवाई को तेजी से अंजाम दिया।
लंबे समय से फरार हैं आरोपी
रोहित और वीरेंद्र तोमर के खिलाफ पुरानी बस्ती और तेलीबांधा थानों में कुल 7 मामले दर्ज हैं। इनमें जबरन वसूली (Extortion), मारपीट (Assault), धमकी (Threats), और सूदखोरी (Illegal Lending) जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों पर 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है और विशेष टीम के जरिए गिरफ्तारी की कोशिशें तेज कर दी हैं।
इस कार्रवाई को रायपुर में अवैध गतिविधियों के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा माना जा रहा है। शहर में कानून का डर बनाए रखने के लिए प्रशासन ने यह सख्त कदम उठाया है।