Raipur Loot Case Update: राजधानी रायपुर (Raipur) के पंडरी थाना (Pandri Thana) क्षेत्र में 15 लाख रुपये की लूट (Loot) का मामला पूरी तरह फर्जी निकला। बोरवेल पार्ट्स कारोबारी चिराग जैन (Chirag Jain) ने पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी कहानी बनाई।
रायपुर SP लाल उमेद सिंह (Raipur SP Lal Umed Singh) ने बताया कि चिराग अपने बयान बार-बार बदल रहा था, जिससे पुलिस को शक हुआ। पूछताछ में सच सामने आया कि उसने MCX में भारी आर्थिक नुकसान (Loss) झेला था और कर्ज के दबाव में आकर यह झूठा केस दर्ज कराया।
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कैसे हुआ पुलिस को शक?
11 अगस्त को चिराग जैन ने शिकायत दर्ज कराई थी कि अज्ञात बाइक सवारों ने रास्ता पूछने के बहाने रोककर 15 लाख रुपये नकद, सोने की चेन और अंगूठियां लूट लीं। पुलिस ने तुरंत शहरभर में नाकेबंदी कर दी और क्राइम ब्रांच (Crime Branch) समेत 6 टीमों ने जांच शुरू कर दी।
जांच में पुलिस ने 700 CCTV फुटेज खंगाले और 3 संदिग्धों के खिलाफ FIR भी दर्ज कर दी। लेकिन चिराग के लगातार बदलते बयान से पुलिस का शक गहराता गया।
मनगढ़ंत कहानी का खुलासा
पुलिस की सख्ती से पूछताछ के बाद चिराग ने कबूल किया कि कोई लूट नहीं हुई थी। उसने खुद ही नकली कहानी बनाई थी ताकि कर्जदारों से बच सके। MCX ट्रेडिंग (MCX Trading) में उसे बड़ा घाटा हुआ था और देनदारियां चुकाने के लिए उसने यह नाटक किया।
पुलिस की अगली कार्रवाई
अब पुलिस ने चिराग जैन के खिलाफ फर्जी मामला दर्ज करने की तैयारी कर ली है। SP ने कहा कि इस मामले में जो भी संदिग्ध पहले पकड़े गए थे, उन्हें जांच के बाद निर्दोष साबित कर दिया जाएगा।
सबक और चेतावनी
यह मामला बताता है कि झूठी शिकायत दर्ज कराना न सिर्फ कानूनन अपराध है, बल्कि इससे निर्दोष लोगों की प्रतिष्ठा और समय भी बर्बाद होता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी स्थिति में गलत सूचना न दें, क्योंकि इसका नतीजा गंभीर हो सकता है।
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