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बाइक बोट स्कीम का सपना दिखाकर 2800 करोड़ की ठगी: गिरोह के किंगपिन संजय भाटी समेत तीन आरोपी रायपुर पुलिस के हत्थे चढ़े

Raipur Ola Uber Scam: बाइक बोट स्कीम का सपना दिखाकर 2800 करोड़ की ठगी, गिरोह के किंगपिन संजय भाटी समेत तीन आरोपी रायपुर पुलिस के हत्थे चढ़े

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Harsh Verma
Raipur Ola Uber Scam

Raipur Ola Uber Scam: ओला (Ola) और उबर (Uber) की तर्ज पर बाइक बोट स्कीम (Bike Boat Scheme) का झांसा देकर देशभर के हजारों निवेशकों से ठगी करने वाला गिरोह आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ गया। रायपुर पुलिस ने इस बड़े अंतरराज्यीय गैंग के तीन मुख्य आरोपियों संजय भाटी (Sanjay Bhati), करणपाल सिंह (Karanpal Singh) और राजेश भारद्वाज (Rajesh Bhardwaj) को गिरफ्तार किया है।

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2017 में ऐसे रचा था स्कैम

वर्ष 2017 में मेसर्स गर्विट इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड (Garvit Innovative Promoters Limited) नाम की कंपनी के तहत बाइक बोट स्कीम शुरू की गई। इसके तहत निवेशकों से एक बाइक के लिए 62,100 रुपये जमा कराए गए और हर महीने 9,765 रुपये रिटर्न देने का झांसा दिया गया। लोग मोटे रिटर्न के लालच में करोड़ों रुपये लगाते गए लेकिन कंपनी ने पैसे हड़प लिए।

पूरे देश में 200 से ज्यादा मामले

सिर्फ उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 150, राजस्थान (Rajasthan) में 50 और मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में 6 केस दर्ज हैं। इसके अलावा गुजरात (Gujarat), तेलंगाना (Telangana), हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh), हरियाणा (Haryana), महाराष्ट्र (Maharashtra) और आंध्रप्रदेश (Andhra Pradesh) में भी मामले दर्ज हैं। मुख्य आरोपी संजय भाटी पर एनआई एक्ट (NI Act) के तहत अलग-अलग राज्यों में 1500 से ज्यादा केस दर्ज हैं।

ईडी ने अटैच की संपत्तियां

जांच में खुलासा हुआ कि गिरोह ने करीब 2800 करोड़ रुपये की ठगी की है। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate - ED) ने आरोपियों की करोड़ों की संपत्तियां अटैच कर दी हैं।

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रायपुर केस से खुला राज

2019 में रायपुर के सिविल लाइन थाना में अखिल कुमार बिसोई ने बाइक बोट स्कीम में ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि तीनों आरोपी इस वक्त राजस्थान के भरतपुर जेल में बंद हैं। रायपुर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट लेकर तीनों को कस्टडी में लिया है और आगे की पूछताछ जारी है।

कौन हैं गिरफ्तार आरोपी?

  • संजय भाटी (Sanjay Bhati): ग्राम चीती, थाना दकनौर, गौतमबुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश

  • करणपाल सिंह (Karanpal Singh): मेरठ, उत्तर प्रदेश

  • राजेश भारद्वाज (Rajesh Bhardwaj): बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश

पुलिस ने बताया कि गिरोह के बाकी नेटवर्क की तलाश जारी है।

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