RAIPUR: जिस शराबबंदी के मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार में बहुमत के साथ जीतकर आई थी. अब वहीं उसके लिए सर का दर्द बन गया हैं.आज छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में इस मुद्दे को लेकर सियासत तेज हो चली हैं.आपको बता दें कि स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम नशा मुक्ति कार्यक्रम में दिए गए अपने बयान को लेकर लगातार चर्चाओं में बने हुए हैं.जिसमें उन्होंने हरिवंश राय बच्चन की प्रसिद्ध पुस्तक मधुशाला की पंक्ति पढ़कर यह कह डाला कि शराब लोगों को एकजुट करती है.लेकिन इसका सेवन नियंत्रित तरीके से एक ही समय पर किया जाना चाहिए.अब शिक्षा मंत्री का यह बयान लगातार सुर्खियों में है और सबसे बड़ी बात कि विपक्ष का बड़ा सवाल बन चुका है? मुद्दे को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है.
निशाने पर शिक्षा मंत्री
दरअसल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने नशा मुक्ति कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन में हरिवंश राय बच्चन की प्रसिद्ध पुस्तक मधुशाला की पंक्ति पढ़कर यह कह डाला कि शराब लोगों को एकजुट करती है.लेकिन इसका सेवन नियंत्रित तरीके एक ही समय पर किया जाना चाहिए.वाड्राफ नगर में पुलिस द्वारा नशा मुक्ति अभियान के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था. शिक्षा मंत्री का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.मंत्री ने अपने भाषण में कहा है हरिवंश राय बच्चन जी ने लिखा है “मंदिर मस्जिद झगड़ा कराते लेकिन एक कराती मधुशाला”.उन्होंने कहा कि मैंने एक मीटिंग में हिस्सा लिया था.जहां एक वर्ग ने इसके दुष्प्रभाव का हवाला देते हुए शराब के सेवन का विरोध किया.जबकि दूसरे वर्ग ने इसके लाभों का हवाला देते हुए इसका समर्थन किया.शराब सभी को एकजुट करती है हम इसे कभी-कभी समारोह और चुनाव में भी इस्तेमाल करते हैं.इसके अलावा शिक्षा मंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को शराब के दुष्परिणाम के बारे में भी सलाह दी और कहा कि इसकी लत नहीं लगनी चाहिए.
बीजेपी ने साधा निशाना
यदि विपक्ष को इस तरह का मुद्दा बैठे बिठाये मिल जाये तो पीछे कहां रहने वाली हैं.जो सरकार शराबबंदी को लेकर सत्ता में आई हैं उसका ही जिम्मेदार मंत्री के बयान पर बीजेपी ने निशाना साधा है.बीजेपी का कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में कार्टूनों की कमी नहीं है.इस पर विधायक बृजमोहन अग्रवाल कहा कि अब वे यह नहीं करेंगे तो और क्या करेंगे? क्योंकि स्कूलों के बाजू में ही शराब बिक रही है.गांव-गांव में कोचिए पान और चाय के डिब्बों में भरकर बच्चों को कप में शराब परोस रहे हैं. जब इस प्रदेश का शिक्षा मंत्री ही लोगों को शराब के फायदे बताने लगे उस प्रदेश का और उस प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का भगवान ही मालिक है.
फिलहाल शराब की जानकारी देने के बाद से ही शिक्षा मंत्री लगातार सुर्खियों और विपक्ष के मंत्री वायरल वीडियो को लेकर सीधे प्रदेश की सरकार पर ही निशाना साध रहे है. हलाकि की कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने उनके इन बयानों के अलग ही मायने बताते हुए उन्हें विद्वाद बताया है.फिलाहाल देखने वाली बात होगी कि आखिरकार ईस वायरल वीडियो पर सियासत लैब तक जारी रहती है.