RAIPUR: छत्तीसगढ़ भाजपा में इन दिनों सियासी उथल-पुथल मचा हुआ है प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय VISHNUDEV SAI को बदले जाने के बाद अब नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक DHARMLAL KAUSHIK को भी बदलने की सियासी चर्चाएं शुरू हो गई है मंगलवार को विष्णुदेव साय की जगह सांसद अरुण साव की ताजपोशी हुई, तभी से इस बात की अटकलें लगाई जा रही है कि नेता प्रतिपक्ष का चेहरा भी बदला जा सकता है अटकलों के बीच नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक दिल्ली पहुंच गए हैं उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है ऐसा माना जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष को बदलने का आदेश पार्टी की तरफ से जारी हो सकता है प्रदेश के नेताओं की नजर अब दिल्ली पर टिक गई है हालांकि इस मामले में सीएम का कहना है कि बीजेपी अभी बहुत से एक्सपेरिमेंट करेगी।
उथल-पुथल का दौर जारी
दरअसल भाजपा के छत्तीसगढ़- मध्य प्रदेश क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल के 3 दिवसीय दौरे के बाद छत्तीसगढ़ भाजपा संगठन में उथल-पुथल का दौर शुरू हुआ है प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव के बाद अब नेता प्रतिपक्ष को दिल्ली तलब किया गया है बता दें कि धरमलाल कौशिक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के करीबी हैं वहीं पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय भी उनके करीबी हैं जिस तरीके से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने विष्णुदेव साय को हटाकर संघ की पसंद के अरुण साव को प्रदेश की कमान सौंपी है, उससे कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष का चेहरा बदलने पर भी विचार कर रहा है।।
नेता प्रतिपक्ष को लेकर कई नाम सामने आ रहे
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मिशन-2023 को लेकर फैसला लिया है अगर ऐसा होता है तो नेता प्रतिपक्ष का पद कुरुद विधायक अजय चंद्राकर को दिया जा सकता है चंद्राकर पिछड़ा वर्ग से आते हैं और विधानसभा के बाहर कांग्रेस पर लगातार हमलावर हैं अगर ऐसा होता है तो साव और चंद्राकर की जोड़ी भाजपा के मिशन-2023 को पूरा करने में पार्टी के लिए मददगार साबित होगी,भाजपा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर डॉ रमन सिंह,शिवरतन शर्मा,बृजमोहन अग्रवाल,नारायण चंदेल,सौरभ सिंह और कृष्णमूर्ति बांधी के नामों को लेकर राजनीतिक माहौल बना हुआ है।।
दिग्गजों की जिम्मेदारियों में बदलाव की चर्चा
सूत्रों की मानें तो पार्टी ने छत्तीसगढ़ भाजपा के एक बड़े चेहरे को राज्यों में रिक्त पड़े राज्यपाल के पद नियुक्त कर सकता है इससे संगठन में गुटबाजी भी घटेगी साथ ही अरुण साव को अपनी टीम चुनने में सहुलियत भी होगी बता दें इससे पहले भी पार्टी ने 7 बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश बैस का टिकट काट दिया था उन्हें त्रिपुरा का राज्यपाल बना दिया गया यह भी चर्चा है कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को भी राज्यपाल बनाए जाने का ऑफर दिया जा चुका है,वहीं भाजपा के प्लान बी में विष्णुदेव साय को संगठन में राष्ट्रीय पद या फिर अनुसूचित जनजाति आयोग में उपाध्यक्ष बनाए जाने की बात भी सामने आ रही है।।
भूपेश ने साधा निशाना
सीएम भूपेश बघेल ने कहा बीजेपी में कुछ ठीक नहीं चल रहा बीजेपी के अंदर जो अंतर्कलह है उसे दबाने के लिए इस प्रकार के बदलाव किए गए हैं
आदिवासी दिवस के दिन आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष को हटाया गया बहुत से परिवर्तन अभी देखने को मिलेंगे बीजेपी का गुटबाजी उभरकर आएगा सामने अभी तो बहुत से एक्सपेरिमेंट करेंगे वो लोग,वही कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा बीजेपी को इससे कोई लाभ नहीं होने वाला है।।
बीजेपी अध्यक्ष का बयान
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा हम सभी समाज को साथ लेकर चलेंगे सब मिलकर छत्तीसगढ़ का विकास करेंगे,कांग्रेस सरकार के कारण राज्य में विकास कार्य ठप्प हो चुका है,आदिवासी समाज को हमेसा बीजेपी ने आगे बढ़ने का काम किया हैं,छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने सभी वर्गों को ठगने का काम किया,हम बीजेपी के एक एक कार्यकर्ता और नेता को साथ लेकर चलेंगे,2023 में छत्तीसगढ़ में कमल खिलाएंगे और बीजेपी की सरकार बनाएंगे।।
बरहाल चुनाव के डेढ़ साल पहले बीजेपी में इस बदलाव से कितना फर्क पड़ेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन मिशन 2023 के लिए बीजेपी ने नई टीम तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी अब देखना होगा इस नए टीम का सामना कांग्रेस किस प्रकार से आने वाले चुनाव में करती है।