Advertisment

छत्तीसगढ़ के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के बेटे से ठगी: नितिन अग्रवाल के बैंक खाते से 58 लाख गायब, पुलिस जांच में जुटी

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के बेटे से ठगी, नितिन अग्रवाल के बैंक खाते से 58 लाख गायब, पुलिस जांच में जुटी

author-image
Harsh Verma
Chhattisgarh News

Chhattisgarh News: राजधानी रायपुर (Raipur) में बड़ा बैंक फ्रॉड (Bank Fraud) सामने आया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गौरी शंकर अग्रवाल (Gauri Shankar Agrawal) के बेटे नितिन अग्रवाल (Nitin Agrawal) के फेडरल बैंक (Federal Bank) खाते से 58 लाख रुपये अनधिकृत रूप से ट्रांसफर कर लिए गए। घटना 8 सितंबर 2025 को दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे के बीच हुई।

Advertisment

नितिन अग्रवाल ने बताया कि खाते से पैसे उनकी जानकारी या अनुमति के बिना निकाले गए। धोखाधड़ी का पता चलते ही उन्होंने आजाद चौक थाना (Azad Chowk Thana) में शिकायत दर्ज कराई।

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ कैबिनेट बैठक में अहम फैसले: शहीद ASP की पत्नी को DSP पद, सौर ऊर्जा नीति में बदलाव, पत्रकारों की पेंशन दोगुनी

तीन अलग-अलग ट्रांजैक्शन से खाली हुआ खाता

एफआईआर (FIR) के अनुसार, पहले ट्रांजैक्शन में 29 लाख रुपये, दूसरे में 18.05 लाख रुपये और तीसरे ट्रांजैक्शन में 11 लाख रुपये खाते से ट्रांसफर किए गए। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज किया है।

Advertisment

बैंक खातों और ट्रांजैक्शन का विश्लेषण किया जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि रकम किन खातों में भेजी गई और इस ठगी में कौन-कौन शामिल है।

पुलिस जांच और साइबर फ्रॉड का बढ़ता खतरा

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच से साफ है कि यह एक संगठित साइबर गिरोह (Cyber Gang) का काम हो सकता है। इस तरह की धोखाधड़ी में अक्सर तकनीकी विशेषज्ञ शामिल होते हैं, जो डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल कर लोगों के खाते खाली करते हैं।

जांच टीम अब बैंक के सीसीटीवी फुटेज, डिजिटल लॉग और संदिग्ध खातों की डिटेल खंगाल रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।

Advertisment

बैंकिंग सुरक्षा पर उठे सवाल

यह घटना एक बार फिर से बैंकिंग सुरक्षा (Banking Security) पर सवाल खड़े करती है। लोग अब ऑनलाइन ट्रांजैक्शन (Online Transaction) को लेकर असमंजस में हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि समय-समय पर पासवर्ड बदलना, ओटीपी (OTP) साझा न करना और संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करना ही ऐसे अपराधों से बचने का सबसे बड़ा उपाय है।

यह भी पढ़ें: कवर्धा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: लोहारा क्षेत्र में ढाई क्विंटल चांदी की तस्करी का खुलासा, कार से 2.5 करोड़ की खेप बरामद

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें