रायपुर। सोशल मीडिया पर बीते दिनों गणपति प्रतिमाओं को अपमानजनक तरीके से विसर्जित करने वाला मामला वायरल हो गया था। सोशल मीडिया पर मामले के वायरल होने के बाद अब इस पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। रायपुर नगर निगम प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को जोन कमिश्नर को पद से हटा दिया है। इससे पहले भी तीन निगम कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। रायपुर महापौर एजाज ढेबर ने मामले को लेकर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मूर्ति विसर्जन के अपमानजक तरीके को लेकर पहले ही तीन कर्मचारियों निलंबित किया जा चुका है। इसके साथ ही जांच कमेटी का गठन भी किया गया है। यह कमेटी पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। इसके साथ ही कमेटी की रिपोर्ट आने के इसकी जिम्मेदार ज़ोन कमिश्नर नेतराम चंद्राकर को हटाते हुए निगम कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। बता दें कि यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद काफी चर्चा में रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन समेत सभी विभागों में हड़कंप मच गया था। वहीं अब प्रशासन इस मामले पर कार्रवाई कर रहा है।
विसर्जन के तरीके पर जताया खेद
रायपुर महापौर एजाज ढेबर ने मामले पर दुख जताते हुए कहा कि धर्म के मामले पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले को तूल दिया गया है। हमें जानकारी मिलने के बाद तत्काल प्रभाव से कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई थी। वहीं अब जोन कमिश्नर को भी पद से हटा दिया गया है। ढेबर ने कहा कि जिस तरह से मूर्ति विसर्जन किया गया वो बिलकुल गलत है। इस मामले को लेकर हमें भी दुख है। बता दें कि तीन दिन पहले सोशल मीडिया में गणपति प्रतिमाओं को अपमानजनक तरीके से विसर्जित किए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। इस वीडियो के बाहर आने के बाद हड़कंप मच गया था। सोशल मीडिया पर लोगों ने धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप भी लगाए हैं।