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CG News: हेमचंद मांझी ने पद्यश्री पुरस्कार लौटाने का फैसला वापस लिया, जानें सरकार के किस निर्णय के बाद ऐसा किया

CG News: हेमचंद मांझी ने पद्यश्री पुरस्कार लौटाने का फैसला वापस लिया, जानें सरकार के किस निर्णय के बाद ऐसा किया

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BP Shrivastava
CG News: हेमचंद मांझी ने पद्यश्री पुरस्कार लौटाने का फैसला वापस लिया, जानें सरकार के किस निर्णय के बाद ऐसा किया

हाइलाइट्स

  • हेमचंद जड़ी-बूटी से करते हैं मरीजों का इलाज
  • धमकी के बाद पद्मश्री लौटाने को किया था ऐलान
  • वैद्यराज को अप्रैल में मिला था पद्मश्री पुरस्कार
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CG News: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के रहने वाले वैद्यराज हेमचंद मांझी ने कुछ घंटे बाद ही अपना फैसला बदल लिया है।

सोमवार की सुबह हेमचंद मांझी ने जान से मारने की धमकी की बात कहकर पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का ऐलान किया था,

लेकिन सरकार की ओर से आश्वासन मिलने के बाद फैसला बदल लिया है।

यहां यह भी जाने के छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने उन्हें किस तरह की सुरक्षा देने की घोषणा की है।

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हेमचंद मांझी को पद्मश्री पुरस्कार से किया था सम्मानित

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यहां बता दें कि (CG News) नारायणपुर (Narayanpur News) जिले के ग्राम छोटेडोंगर के रहने वाले वैद्यराज हेमचंद मांझी को

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में अप्रैल में पद्मश्री 2024 से सम्मानित किया था।

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यह सम्‍मान मिलने के बाद छत्‍तीसगढ़ गौरवमय था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही स्थिति बदल गई और हेमचंद मांझी ने अपना पद्मश्री वापस लौटाने का ऐलान कर दिया।

इसलिए मिला पद्मश्री पुरस्कार

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हेमचंद मांझी (Padmashree Hemchand Manjhi) ने अपना पूरा जीवन जड़ी-बूटियों की खोज में खपा दिया।

करीब पांच दशकों से उन्‍होंने हजारों मरीजों को ठीक किया है और कई गंभीर बीमारियों का इलाज कर वे मानव सेवा कर रहे हैं।

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आमजनों की इस सेवा (Chhattisgarh News) के चलते केंद्र सरकार (Central govt) ने हेमचंद मांझी को पद्मश्री से सम्मानित करने का निर्णय (CG News) लिया था।

हॉस्पिटल नहीं थे तब किया इलाज

यहां बता दें कि हेमचंद मांझी ने छोटेडोंगर (Chhattisgarh News) में उस समय बीमार लोगों का जड़ी बूटियों से इलाज करना शुरू किया जब यहां स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं थी।

धीरे-धीरे वे क्षेत्र में वैद्यराज के नाम से प्रसिद्ध हो गए।

बताते हैं उनके परिवार का कोई भी सदस्‍य वैद्य के पेशे में नहीं था, इसके बाद भी उन्होंने मानव सेवा करने का निर्णय लिया।

जड़ी बूटियों की खोज करते-करते उनका ज्ञान बढ़ता गया और नारायणपुर जिले (Chhattisgarh News) के अलावा प्रदेश एवं देश विदेश से मरीज भी उनके पास इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं।

उन्‍होंने पद्मश्री मिलने के बाद कहा था कि वह अंतिम सांस तक मानव सेवा करता रहूंगा।

इसलिए लौटाना चाहते थे पद्मश्री

पद्मश्री हेमचंद मांझी (Padmashree Hemchand Manjhi) ने ऐलान किया है कि वह पद्मश्री लौटाना चाहते (CG News) हैं।

इसके पीछे की उन्‍होंने सबसे बड़ी वजह जो बताई है, वह हैरान कर देने वाली थी।

उन्‍होंने कहा कि मैं पद्मश्री पुरस्‍कार इसलिए लौटाना चाहता हूं, क्‍योंकि इस पुरस्‍कार से मेरी जान को खतरा है।

मुझे यह पद्मश्री पुरस्‍कार मिलने के बाद नक्‍सलियों से धमकी मिल रही है।

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हेमचंद मांझी को मिलेगी इस श्रेणी की सुरक्षा

जानकारी के मुताबिक (CG News) पद्मश्री हेमचंद मांझी पर नक्सली दबाव बना रहे थे और बाद में नक्सलियों ने वैद्यराज मांझी को जान से मारने की धमकी दे डाली।

हेमचंद ने भी घबराकर पुरस्कार वापस करने की घोषणा कर दी।

इसके बाद छत्तीसगढ़ सरकार (सीएम विष्णुदेव साय) की नींद खुली और तत्काल सुरक्षा देने का निर्णय लिया।

जिसके अनुसार अब पद्मश्री हेमचंद्र मांझाी केा Y श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी।

नारायणपुर के एसपी (पुलिस अधीक्षक ) ने तत्काल हेमचंद्र मांझी से मुलाकात की और उन्हें पूरी सुरक्षा देने का भरोसा दिलाया।

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