CG News: राजनांदगांव में डीईओ कार्यालय के बाहर रोती और बिलखती बच्चियों के वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने डोंगरगढ़ विकासखंड के आलीवारा स्कूल में बच्चों से मुलाकात की और जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल ने भी आकर अपने व्यवहार के लिए खेद व्यक्त किया। यह कार्रवाई वीडियो वायरल होने के बाद शुरू हुई।
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जिला शिक्षा अधिकारी (CG News) अभय जायसवाल ने डोंगरगढ़ विकासखंड के आलीवारा गांव के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों की कमी की समस्या का जायजा लेने के लिए वहां का दौरा किया। उन्होंने अभिभावकों और विद्यार्थियों से बातचीत की और स्कूल में शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए आवश्यक कदम भी उठाए।
बच्चियों ने कहा- हमने गलत समझ लिया
प्रशासन के अनुसार, जनदर्शन में विद्यार्थियों ने स्कूल में शिक्षकों की कमी की समस्या उठाई थी। जिला शिक्षा अधिकारी ने इस मुद्दे (Chhattisgarh News) को हल करने के लिए ग्राम आलीवारा जाकर अभिभावकों और विद्यार्थियों से बातचीत की और उन्हें समझाया कि वे विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे हैं।
अभिभावकों और विद्यार्थियों ने बताया कि उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी की बातों को गलत समझ लिया था, जिसके कारण उन्हें नाराजगी हुई थी। लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी ने स्वयं आकर शिक्षक की वैकल्पिक व्यवस्था कर दी, जिससे सभी संतुष्ट हैं। विद्यार्थियों ने अपनी गलतफहमी के लिए खेद व्यक्त किया।
क्या है पूरा मामला ?
राजनांदगांव (Rajnandgaon News) जिले के ग्राम आलीवारा हायर सेकेंडरी स्कूल के ये बच्चे अपनी स्कूल में टीचर्स की कमी होने की शिकायत लेकर कलेक्टर के जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां कलेक्टर ने इन बच्चों को जिला शिक्षा अधिकारी के पास भेजा।
जिला शिक्षा अधिकारी अभय कुमार जायसवाल के पास जब बच्चे (Chhattisgarh News) पहुंचे तो, उन्होंने बच्चों को जमकर फटकार लगा दी। शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी के इस व्यवहार से बच्चे आहत हो गए। बच्चों ने बाहर निकलकर फूट-फूटकर रोना शुरू कर दिया।
11वीं और 12वीं कक्षा के लिए शिक्षक ही नहीं
बता दें कि ग्राम आलीवारा के हायर सेकेंडरी स्कूल (Chhattisgarh News) में 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ाने के लिए कोई शिक्षक नहीं है। 12वीं कक्षा की छात्राओं का कहना है कि 11वीं कक्षा की पढ़ाई तो उन्होंने किसी तरह पूरी कर ली, लेकिन अब इस बार 12वीं की बोर्ड परीक्षा है।
ऐसे में शिक्षक नहीं होने उन्हें फेल होने का डर सता रहा है। करीब आधा शिक्षा सत्र खत्म होने को है, लेकिन उन्हे पढ़ाने के लिए कोई शिक्षक नहीं है। इसी समस्या को लेकर आज कलेक्टर जन दर्शन में आवेदन लेकर आए थे। कलेक्टर ने उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी के पास भेजा दिया।
कानून हाथ में मत लो, अंदर हो जाओगे
जिला शिक्षा अधिकारी ने जब उनके आवेदन को देखा तो उन्हें खरी खोटी सुनाई और जमकर फटकार लगा दी। उन्होंने बच्चों (Chhattisgarh News) को कानून हाथ में न लेने और अंदर कर दिए जाने की धमकी दी।
बच्चों ने आवेदन में लिखा था कि यदि दो दिनों में उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा तो वे स्कूल में तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन करेंगे। इसी बात पर जिला शिक्षा अधिकारी भड़क गए।
बच्चों के पालकों ने जताया विरोध
बच्चों (CG News) का कहना था कि वे अपनी समस्या को लेकर आए थे। बच्चों के साथ आए पालकों ने भी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बच्चों के साथ किए गए व्यवहार को अनुचित बताते हुए विरोध जताया।
बच्चों के साथ डीईओ के इस तरह के रवैए से पालकों में आक्रोश है। उनका कहना है कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बच्चों की मांग के साथ हम भी खड़े हैं।