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CG News: पत्रकारिता विषय को CGPSC में शामिल करने की क्यों उठी मांग?

CG News: पत्रकारिता विषय को CGPSC में शामिल करने की मांग उठ रही है. मांगों को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री को आवेदन दिया गया है.

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Bansal news
CG News: पत्रकारिता विषय को CGPSC में शामिल करने की क्यों उठी मांग?
   हाइलाइट्स
  • पत्रकारिता और जनसंचार संघ ने दिया आवेदन
  • 4 मांगों को लेकर दिया उच्च शिक्षा मंत्री को आवेदन
  • कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति का भी जिक्र
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CG News: छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता विषय को CGPSC में शामिल करने की मांग उठ रही है. अपनी 4 मांगों को लेकर पत्रकारिता और जनसंचार संघ ने उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को आवेदन दिया है. जिसमें कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति का भी जिक्र किया गया है. रायपुर में 15 सालों से रिक्त सहायक प्राध्यापक के स्थाई पदों पर भर्ती करने की मांग भी की गई है.

   ये हैं संघ की मांगें

पत्रकारिता और जनसंचार संघ की मांग है कि CGPSC के माध्यम से छत्तीसगढ़ के शासकीय महाविद्यालयों में पत्रकारिता विषय के लिए सहायक प्राध्यापकों की स्थाई पदों पर पदस्थापना की जाए. CGPSC द्वारा जनसंपर्क के पदों पर भर्ती के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम में जनसंपर्क विषय के पाठ्यक्रम और विषयवस्तु को शामिल किया जाए. इसके साथ ही पत्रकारिता विषय में सेट परीक्षा आयोजित करने की मांग भी की गई है. वहीं कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय, रायपुर में 15 सालों से रिक्त सहायक प्राध्यापक के स्थाई पदों पर भर्ती करने की मांग भी शामिल है.

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डॉ. योगेश वैष्णव और नीतेश पाटकर ने आवेदन में बताया कि प्रदेश के कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विवि और संबद्ध शासकीय महाविद्यालयों में पत्रकारिता विषय का अध्यापन जारी है. सहायक प्राध्यापक के स्थाई पद रिक्त होने से छात्र  ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’  के लाभ से वंचित हैं.

उन्होंने आवेदन में बताया कि संविदा में कम योग्यता के साथ अतिथि शिक्षक नियुक्त हैं. विभाग स्थापना नहीं होने से छात्र-छात्राएं गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और प्रशिक्षण से वंचित हैं. विभाग में भर्ती के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम में जनसंपर्क का ही पाठ्यक्रम सम्मिलित नहीं है.

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