CG Mob Lynching Case: रायपुर के आरंग में मॉब लिंचिंग माममले में SIT ने शनिवार को पहली गिरफ्तारी की है. वारदात के 15 दिन बीत जाने के बाद पहला आरोपी गिरफ्तार हुआ है. आरोपी हर्ष मिश्रा दुर्ग में अपनी महिला दोस्त के घर में छिपा हुआ था. उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए घर के दरवाजे पर ताला भी लगा दिया था.
आरोपी से पूछताछ के बाद होगा मामले का खुलासा
रायपुर SSP ने इस मामले की जांच पड़ताल के लिए SIT का गठन किया है. रायपुर ग्रामीण एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर को स्पेशल जांच टीम का नेतृत्व सौंपा गया है. जो 14 पुलिस अफसर की टीम को लीड कर रहे हैं. घटना में और कितने लोग शामिल थे, फिलहाल पुलिस के पास इसका जवाब नहीं है. SIT के अधिकारियों ने दावा किया है कि गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा.
भीड़ की पिटाई से तीन युवकों की हुई थी मौत
आपको बता दें कि रायपुर के आरंग में गौ तस्करी के शक में भीड़ ने तीन युवकों की जमकर पिटाई की थी. 7 जून को यूपी के सहारनपुर के 3 युवक आधी रात को एक ट्रक में जानवर भरकर ले जा रहे थे. इस वारदात में 2 युवकों की पहले ही मौत हो गई थी. सद्दाम वारदात का इकलौता गवाह था, लेकिन उसके बयान लेने से पहले ही उसकी भी मौत हो गई है.
मुस्लिम समाज ने गिरफ्तारी की मांग को लेकर किया था प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ की राजधानी में मॉब लिंचिंग में 3 युवकों की मौत के बाद मुस्लिम समाज ने शुक्रवार को रायपुर में बड़ी संख्या में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिसकर्मियों और समाज के लोगों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. वारदात के 14 दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से मुस्लिम समाज के लोग नाराज थे.
राजनीति दबाव के चलते कार्रवाई नहीं करने का लगाया आरोप
प्रदर्शन के दौरान वारदात कार्रवाई की मांग को लेकर लगभग 300 से 400 लोगों ने सांकेतिक गिरफ्तारियां भी दी. इसके साथ ही एडीएम रायपुर देवेंद्र पटेल को ज्ञापन भी सौंपा. हुसैनी सेना के अध्यक्ष राहिल राउफी ने आरोप लगाया कि आरोपियों को राजनीति दबाव के चलते गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें: CG Picnic Spot: मानसून में पिकनिक जाने का बना रहे प्लान? छत्तीसगढ़ का बारसूर ऋषिकेश-हरिद्वार से कम नहीं, देखें तस्वीर