CG Mob Lynching Case: छत्तीसगढ़ मॉब लिंचिंग मामले को लेकर बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि अगर यह घटना हत्या नहीं आत्महत्या है तो SIT क्यों बनाई गई. सीएम को स्पष्ट करना चाहिए कि सरकार इसे हत्या मान रही है या आत्महत्या।
शनिवार को रायपुर के सासंद बृजमोहन अग्रवाल ने आरंग मामले को मॉब लिंचिंग कहे जाने पर आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था कि कैसे उस घटना को मॉब लिंचिंग कह सकते हैं? कोई गड्ढे में कूद गया और मृत्यु हो गई तो मॉब लिंचिंग कैसे कहेंगे.
सरकार से सीनियर नेता संतुष्ट नहीं: बैज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि बृजमोहन अग्रवाल और सरकार के बयान में बहुत अंतर है. उनके बयान से ये पता चलता है कि सरकार का काम ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. सरकार से सीनियर नेता संतुष्ट नहीं है. अपराध और अपराधियों का मनोबल चरम पर है. सरकार बताए कि वह क्या छिपाना चाहती है? सीएम स्पष्ट करें कि ये हत्या है या आत्महत्या है. सरकार विफल है इसलिए बजरंग दल भी प्रदर्शन कर रहा है.
कोई गड्ढे में कूदा और मौत हो गई इसे मॉब लिंचिंग कैसे कहेंगें: बृजमोहन
रायपुर के आरंग में मॉब लिंचिंग को लेकर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शनिवार को कहा था कि कोई गड्ढे में कूदा और उसकी मौत हो गई तो इसे मॉब लिंचिंग कैसे कह सकते हैं? बृजमोहन ने कहा कि सबसे पहले तो बहुसंख्यक समाज की भावनाओं को समझना पड़ेगा. उनकी भावनाओं को अल्पसंख्यक समाज के लोग आहत न करें.
मैं तो प्रेस से भी कहूंगा कि जो गड्ढे में खुद कूद कर मरे आप लोग उसको मॉब लिंचिंग का रूप क्यों दे रहे हैं? बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद प्रदर्शन को लेकर कहा कि सरकार को सभी लोगों पर ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. विश्व हिंदू परिषद (VHP) भी अपनी जगह सही है. इसे मॉब लिंचिंग का रूप नहीं दिया जाना चाहिए.
पुलिस ने धारा 304 और 307 में दर्ज किया है केस
आरंग (CG Mob Lynching Case) में तीन लोगों की मौत पर बजरंग दल का कहना है कि तीनों गायों के तस्कर थे. पुल से नीचे कूदे तब पीछे से डायल 112 के पुलिसकर्मी वहीं थे. पुलिस ने हालांकि अब तक ऐसा नहीं कहा है. उधर घटना में मारे गए सद्दाम कुरैशी के छोटे भाई शोएब ने एक अखबार को बताया कि वारदात के समय फोन आया था उसमें कुछ लोग मेरे भाई को पीट रहे थे. मारपीट की आवाज आ रही थी. भाई पिटाई कर रहे लोगों से जान बख्श देने की भीख भी मांग रहा था.
फिर भाई की आवाज आना बंद हो गई और अब वो जिंदा नहीं है. बता दें कि FIR में भी कुछ लोगों के पीछा करने और तीनों युवकों से मारपीट की बात है. इस मामले में फिलहाल 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सभी का संबंध बजरंग दल और बीजेपी से है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 304 और 307 में केस दर्ज किया है.
बजरंगियों ने रायपुर में सिटी कोतवाली थाने का किया था घेराव
छत्तीसगढ़ मॉब लिंचिंग मामले में BJYM नेता सहित 4 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद 26 जून को बजरंग दल के कार्यकर्ता ने साधु-संतों के साथ जेल भरो आंदोलन किया. बजरंगियों ने रायपुर में सिटी कोतवाली थाने का घेराव कर दिया. कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर ही प्रदर्शन के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया.
गिरफ्तारी देने पहुंचे थे 5 हजार बजरंग दल कार्यकर्ता
चित्रकूट से राजीव लोचन महाराज, आचार्य वेद प्रकाश, सर्वेश्वर दास महाराज समेत लगभग 5 हजार बजरंग दल कार्यकर्ता गिरफ्तारी देने पहुंचे थे. प्रदर्शन के दौरान संतों ने मीडिया से कहा था कि अभी हजार आए हैं और 10 हजार पीछे खड़े हैं. पुलिस अगर चारों गौ-रक्षकों को नहीं छोड़ेगी तो यहां 10 लाख हिंदू आएंगे.
फिर 10 करोड़ और फिर 100 करोड़ लोग आएंगे. उन्होंने कहा कि जिन गौ-रक्षकों ने गाय की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है, उन्हें गलत धाराओं में पकड़ा गया है.
बता दें कि मॉब लिंचिंग मामले (CG Mob Lynching Case) में पुलिस ने चार आरोपी नवीन सिंह ठाकुर, मयंक शर्मा, हर्ष मिश्रा और BJYM नेता राजा अग्रवाल को पकड़ा था.
BJYM महासमुंद जिले का प्रचार प्रमुख है आरोपी राजा
मॉब लिंचिंग केस में पुलिस ने 23 जून को आरोपी राजा अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) में महासमुंद जिले का प्रचार प्रमुख है. राजा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में महासमुंद से BJP विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा के साथ फोटो भी साक्षा किया है.
शनिवार को हुई थी पहली गिरफ्तारी
रायपुर के आरंग में मॉब लिंचिंग मामले में SIT ने 22 जून को पहली गिरफ्तारी की थी. वारदात के 15 दिन बीत जाने के बाद पहला आरोपी गिरफ्तार हुआ है. आरोपी हर्ष मिश्रा दुर्ग में अपनी महिला दोस्त के घर में छिपा हुआ था. उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए घर के दरवाजे पर ताला भी लगा दिया था.
भीड़ की पिटाई से तीन युवकों की हुई थी मौत
आपको बता दें कि रायपुर के आरंग में गौ तस्करी के शक में भीड़ ने तीन युवकों की जमकर पिटाई की थी. दरअसल, 7 जून को यूपी के सहारनपुर के 3 युवक आधी रात को एक ट्रक में जानवर भरकर ले जा रहे थे. तब पुलिस ने बताया था कि रास्ते में 10-12 युवकों ने उनका पीछा किया. उन लोगों ने ट्रक को महानदी पुल पर घेर लिया.
इसके बाद ट्रक में सवार तीनों युवकों की जमकर पिटाई कर दी. इस वारदात में 2 युवकों की पहले ही मौत हो गई थी. इनमें से एक युवक की लाश महानदी में मिली, दूसरे की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई थी. सद्दाम वारदात का इकलौता गवाह था, लेकिन उसके बयान लेने से पहले ही उसकी भी अस्पताल में मौत हो गई.
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