हाइलाइट्स
- शराब घोटाले में 70 लोगों पर FIR
- लखमा और सचिव को मिलता था कमीशन
- अनिल , अनवर और अरुणपति मास्टरमाइंड
- ED का दावा- 2,161 करोड़ रुपए का हुआ घोटाला
रायपुर। CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले के मामले में ACB ने 70 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। इसमें इतत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम भी शामिल है।
ED ने इस मामले में IAS अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मास्टरमाइंड बताया था। जिसके बाद ACB इस मामले में अलग से कार्रवाई कर रही है।
लखमा और सचिव को मिलता था कमीशन
EOW की FIR के मुताबिक, इस घोटाले(CG Liquor Scam) में तत्कालीन विभागीय मंत्री कवासी लखमा को हर महीने 50 लाख रुपए कमीशन के तौर पर हिस्सा दिया जाता था। FIR में पूर्व मंत्री लखमा के विभागीय सचिव IAS निरंजन दास को भी सिंडीकेट की तरफ से 50 लाख रुपये हर महीने कमीशन जा रहा था।
ईडी की डायरी ने खोला राज
जानकारी के मताबिक ED ने शराब घोटाले(CG Liquor Scam) में 2,161 करोड़ रुपए के घोटाले का दवा किया हैं। जो नौकरशाहों, राजनेताओं और उनके सहयोगियों की मिलीभगत से हुआ है। फिलहाल ED अभी इस पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच में यह बात भी सामने आई थी कि छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा राज्य में शराब का प्रबंधन और मॉनिटरिंग की जाती है।
ED ने तीन पार्ट में बांटा केस
छत्तीसगढ़ में 2161 करोड़ रूपए के शराब घोटाले को ED ने तीन पार्ट में बांटा है। जिसकी जांच ABC कर रही है।
पार्ट A – ED ने इस पार्ट में उन लोगों को शामिल किया है, जिसने शराब की बिक्री के लिए शराब की सप्लाई करने वालों से अवैध कमीशन लिया है।
पार्ट B – इस में उन लोगों को शामिल किया है, जिसे शराब की दुकानों से ही ऑफ-द-रिकॉर्ड अवैध शराब की बिक्री की है।
पार्ट C – ED ने इस पार्ट में उन लोगों को रखा है, जिसने डिस्टिलर्स को कमीशन दिया। मार्केट शेयर में हिस्सेदारी को आपस में बांटने की मंजूरी देने के लिए यह कमीशन दिया गया।