हाइलाइट्स
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शराब घोटाले में 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ।
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28 आबकारी अधिकारियों की गिरफ्तारी की तैयारी।
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पूर्व मंत्री, IAS और कारोबारी समेत 15 आरोपी जेल में।
CG Liquor Scam Update: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) का सबसे बड़ा और बहुचर्चित शराब घोटाला (CG Liquor Scam) अब नए मोड़ पर पहुँच चुका है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने 28 आबकारी अधिकारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी तेज कर दी है। सूत्रों के अनुसार, इन अधिकारियों से जल्द ही पूछताछ और गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू होगी
22 अफसरों पर दर्ज केस, 28 पर गिरेगी गाज
इस घोटाले में EOW ने अब तक 22 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सभी को राज्य सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। आरोप है कि ये अफसर शराब सिंडिकेट (Liquor Syndicate Chhattisgarh) का हिस्सा थे और घोटाले से सीधा 88 करोड़ रुपए कमाए। अब जांच का दायरा बढ़ाकर 28 अधिकारियों तक पहुँच चुका है।
रायपुर: शराब घोटाले में नई कार्रवाई, 22 अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज, भेजे गए नोटिस#BreakingNews #Raipur #LiquorScam #EOW #Corruption #Chhattisgarh pic.twitter.com/Rx4fWxistk
— Bansal News Digital (@BansalNews_) August 18, 2025
सिंडिकेट में अफसर, कारोबारी और राजनेता
जांच एजेंसी के आरोप पत्र में साफ हुआ कि यह पूरा खेल केवल कारोबारियों का नहीं था बल्कि आबकारी विभाग और राजनीतिक हलकों की मिलीभगत से ही 3200 करोड़ का घोटाला संभव हुआ। डिस्टलरी संचालक, हवाला कारोबारी, शराब दुकान संचालक और अधिकारी, सभी मिलकर इस Liquor Scam in Chhattisgarh को अंजाम देते रहे।
200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ
EOW ने अब तक 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। इनमें कारोबारी, आबकारी अफसर, रकम पहुँचाने वाले एजेंट और हवाला नेटवर्क से जुड़े लोग शामिल हैं। पूछताछ में यह भी सामने आया कि शराब दुकानों को निर्देश दिया गया था कि खपत का रिकॉर्ड सरकारी दस्तावेज (Government Records Manipulation) में दर्ज न करें।
60 लाख पेटियां अवैध शराब सप्लाई
जांच में खुलासा हुआ है कि फरवरी 2019 से शुरू हुआ भ्रष्टाचार धीरे-धीरे बहुत बड़ा हो गया। शुरुआत में हर महीने करीब 200 ट्रक (800 पेटी शराब प्रति ट्रक) निकलते थे, जिसकी कीमत 2,840 रुपए प्रति पेटी थी। बाद में यह सप्लाई 400 ट्रक प्रति महीने तक पहुँच गई और कीमत 3,880 रुपए प्रति पेटी हो गई। तीन साल में 60 लाख पेटियां (Illegal Liquor Supply) बिना टैक्स बेची गईं।
हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी, 15 पहले से जेल में
इस मामले (CG Liquor Scam) में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल, रिटायर्ड IAS अनिल टूटेजा और होटल कारोबारी अनवर ढेबर समेत 15 लोग पहले से रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। ED और EOW की संयुक्त कार्रवाई में अब तक कुल 70 आरोपित बनाए जा चुके हैं।
(High Profile Arrests Liquor Scam, Chhattisgarh Politics)
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अग्रिम जमानत खारिज, गिरफ्तारी तय
गिरफ्तारी की आशंका के चलते आबकारी अफसरों ने पिछले महीने विशेष न्यायालय में अग्रिम जमानत (Anticipatory Bail in Liquor Scam) की याचिका दायर की थी। लेकिन अदालत ने सभी याचिकाएं खारिज कर दीं। इसके बाद अब EOW उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है।
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