रिपोर्ट: राजेश तिवारी, जांजगीर-चांपा
CG Panchayat By Election: छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा की ग्राम पंचायत हेडसपुर की पूर्व महिला सरपंच ने आत्महत्या की कोशिश की है। पूर्व महिला सरपंच शांतिबाई चौहान ने पंचायत अधिकारी और पुलिस के सामने ही जहर खा लिया। बताया जा रहा है कि पूर्व महिला सरपंच को 35 लाख के गबन के आरोप में जिला प्रशासन ने पद से हटा दिया था।
इसके खिलाफ निलंबित महिला सरपंच (CG Panchayat By Election) एसडीएम दफ्तर के सामने आमरण अनशन पर बैठी थीं। मामले की फिर से जांच के आश्वासन पर उन्होंने अनशन खत्म कर दिया। इसी बीच अकलतरा एसडीएम विक्रांत कुमार अंचल ने नए सरपंच का चुनाव कराने का निर्देश दे दिया।
अधिकारियों के सामने खाया जहर
ग्राम पंचायत हेडसपुर (CG Panchayat By Election) के पंचायत भवन में अधिकारियों और पुलिस बल की मौजूदगी में चुनाव कराया जा रहा था। जहां पूर्व सरपंच भी पहुंचीं और जहर खा लिया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहीं मतदान के बाद बृहस्पति बाई चौहान हेडसपुर ग्राम पंचायत की नई सरपंच चुनी गईं।
सरपंच पद से किया था निलंबित
ग्राम पंचायत हेडसपुर में अकलतरा (CG Panchayat By Election) एसडीएम विक्रांत कुमार अंचल के निर्देश और जनपद सीईओ के मार्गदर्शन में नए सरपंच का चुनाव गुरुवार को सम्पन्न हुआ। चुनाव होने से पहले निलंबित सरपंच शांति बाई चौहान ने चुनाव कराने आए अधिकारी सुखराम पटेल और उनके साथियों को अपनी आपदा बताई। चुनाव की जानकारी कोटवार द्वारा रात के समय दी गई। जिस मंच के कारण निलंबित किया गया, उस मंच का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद धारा 40 लगाकर सरपंच पद से निलंबित किया गया।
गलत आरोप के विरोध में था अनशन
गलत आरोप और झूठी रिपोर्ट बनाकर पद से हटाए (CG Panchayat By Election) जाने को लेकर शांति बाई चौहान 4 दिसंबर 2024 से अकलतरा एसडीएम कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठी थी। शांति बाई चौहान की मांग थी कि पुनः मौके का निरीक्षण कर जांच की जाए। 5वें दिन अधिकारियों ने महिला का अनशन तुड़वाकर उनकी मांग पर पुनः निरीक्षण का आश्वासन भी दिया। पूर्व महिला सरपंच शांति बाई चौहान अनशन तोड़कर अपने गांव वापस चली गई।
गांव में दोबारा से नहीं किया निरीक्षण
अकलतरा एसडीएम विक्रांत कुमार अंचल और बलौदा जनपद सीईओ (CG Panchayat By Election) ने शांति बाई चौहान का अनशन तुड़वाकर उसे उसके गांव हेडसपुर भेज दिया। अधिकारियों के आश्वाशन देने की बात पर विश्वास कर शांति बाई चौहान अपने गांव वापस चली गई। मगर लापरवाह अधिकारियों ने आज तक न तो गांव में जाकर पुनः निरीक्षण किया और न ही इस मामले में कोई जांच कराई। पूर्व महिला सरपंच को दोषी ठहराते हुए 35 लाख रुपए गबन के मामले में सरपंच पद से बर्खास्त कर दिया गया।
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ग्राम पंचायत हेडसपुर में कराया उपचुनाव
इधर ग्राम पंचायत हेडसपुर के पंचायत भवन (CG Panchayat By Election) में गुरुवार को नए सरपंच पद के लिए अधिकारियों और पुलिस बल की मौजूदगी में निर्वाचन कार्य सम्पन्न कराया जा रहा था। उसी दौरान पुनः निरीक्षण कर जांच न करने पर नाराज पूर्व सरपंच महिला शांति बाई चौहान ने अधिकारियों और पुलिस के सामने कीटनाशक जहर का सेवन कर लिया। समय रहते महिला को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। महिला की हालत नाजुक है।
नई सरपंच मिलने से गांव में जश्न
इधर पंचों के मतदान से हैडसपुर गांव (CG Panchayat By Election) की नई सरपंच बृहस्पति बाई चौहान को चुना गया। जहां सरपंच बनने पर गांव में खुशी मनाई जा रही है। ग्रामीणों में उत्साह है। इधर पूर्व सरपंच ने इस मामले की दोबारा से जांच की मांग की थी, लेकिन अधिकारियों के द्वारा दोबारा से जांच नहीं कराई गई।
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