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CG Nun Human Trafficking: ननों की जमानत पर NIA कोर्ट आज सुनाएगा फैसला, युवती बोली- अपनी मर्जी से आगरा जा रहे थे

CG Nun Human Trafficking: दुर्ग रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार दो ननों के केस में NIA कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा। केरल के सांसदों ने जेल में की मुलाकात। CG Human Trafficking Case Nuns Bail NIA Court Decision Hindi News bps

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BP Shrivastava
CG Nun Human Trafficking

CG Nun Human Trafficking

हाइलाइट्स

  • दुर्ग रेलवे स्टेशन पर मानव तस्करी केस में दो नन पकड़ी गई थी
  • शुक्रवार को बहस के बाद NIA कोर्ट आज सुनाएगी फैसला
  • पीड़ित युवती बोली- मर्जी से आगरा जा रहे थे, पीटकर बयान लिए
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CG Human Trafficking Case Nuns Bail: छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी मामले में गिरफ्तार दो ननों के मामले में बिलासपुर NIA कोर्ट शनिवार, 2 अगस्त को फैसला सुनाएगी। कोर्ट ने शुक्रवार, 1 अगस्त को दोनों पक्षों ने अपनी दलीलें पेश की। जिसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है।
यहां बता दें, 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर दो ननों और एक युवक पर तीन आदिवासी महिलाओं को आगरा बेचने के लिए ले जाने का आरोप लगा था। बजरंग दल की के स्टेशन हंगामे के बाद ननों के खिलाफ जीआरपी ने केस दर्ज किया है।

छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन से ह्यूमन ट्रैफिकिंग केस में गिरफ्तार दो ननों के मामले में शुक्रवार को बिलासपुर NIA कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान पीड़ित पक्ष ने अपनी दलीलें दर्ज कराईं। वहीं NIA ने आरोपों को सही ठहराने के लिए अपनी तैयारी पेश की।

शुक्रवार, 1 अगस्त को NIA कोर्ट ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। NIA कोर्ट के जज सिराजुद्दीन कुरैशी शनिवार, 2 अगस्त को ननों की जमानत पर फैसला सुनाएंगे। अब सबकी नजरें कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं। कोर्ट ननों को बेल देगा या फिर जेल भेजेगा ?

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'ननों को कस्टडी में रखने की जरूरत नहीं'

कोर्ट में शुक्रवार को बचाव पक्ष के वकील अमृतो दास ने बताया कि NIA कोर्ट के सामने सभी बातें रखी गई हैं। ननों के खिलाफ जिस तरीके से जो डायरी में लिखा गया है, उसे कोर्ट को बताया गया है। साथ ही कहा, ननों के खिलाफ पुलिस के पास कोई भी सबूत नहीं हैं। प्रॉसीक्यूशन ने इंट्रोगेशन की डिमांड नहीं की। हमने कोर्ट से अपील की है कि ननों को कस्टडी में रखने की जरूरत नहीं है।

वहीं NIA के वकील दाऊ चंद्रवंशी ने बताया कि कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है। कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। ननों के पक्ष से बताया गया है कि मानव तस्करी का मामला नहीं है, लेकिन हमें लगता है कि ये मानव तस्करी है। इसलिए कोर्ट में विरोध किया गया है। शुक्रवार को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा।

मेघालय के सीएम ने सीजी मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

इन सभी के बीच मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने ननों की गिरफ्तारी के खिलाफ CM विष्णु देव साय को पत्र लिखा है। सरकार से निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने और केरल की दो कैथोलिक ननों के खिलाफ आरोप वापस लेने पर विचार किया जाए।

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साथ ही कहा कि उन्हें कथित मानव तस्करी और जबरन धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया। संगमा ने आरोपों को झूठा बताया है। छत्तीसगढ़ सरकार से धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकार की रक्षा करने और न्याय सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

कमलेश्वरी बोली-ननों पर झूठा आरोप

ननों के साथ पकड़ाई नारायणपुर के अबूझमाड़ की रहने वाली कमलेश्वरी ने कहा, हमें कोई अपहरण कर नहीं ले जा रहा था। अपनी मर्जी से आगरा जा रहे थे। ननों पर झूठा आरोप लगाया गया है। हमसे मारपीट कर जबरदस्ती बयान लिया गया। मेरा पूरा परिवार पिछले 5-6 साल से ईसाई धर्म को मान रहा है।

केरल के 5 सांसद ननों से जेल में मिले

[caption id="attachment_870002" align="alignnone" width="779"]publive-image केरल के 5 सांसद दुर्ग जेल में बंद ननों से मिले।[/caption]

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शुक्रवार को केरल के 5 सांसदों ने दुर्ग जेल में बंद ननों से मुलाकात की। उनसे पहले, सीपीएम महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष पीके श्रीमती और पूर्व सांसद सीएस सुजाता मौजूद थीं। पीके श्रीमती ने बताया कि उन्होंने सिस्टर्स से लगभग 15 से 20 मिनट तक मुलाकात की। वे यहां लोगों की मदद और शिक्षा देने आई थी, लेकिन झूठे केस में फंसा दिया गया।

केरल से आए ये सांसद

  • कोडिकुन्निल सुरेश
  • एंटो एंटनी
  • डीन कुरियाकोसे
  • हिबी जॉर्ज ईडन
  • राज मोहन उन्नीथन

ननों से मुलाकात के दौरान केरल के 5 सांसदों के साथ प्रदेश कांग्रेस सह-प्रभारी जरिता लैतफलांग, दुर्ग शहर से पूर्व विधायक अरूण वोरा भी साथ में मौजूद रहे।

इसके बाद रायपुर में ननों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन की तैयारी है। इस विरोध प्रदर्शन में केरल सांसदों के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।

'पूरा केरल ननों के साथ खड़ा'

केरल के कांग्रेस सांसद हिबी जॉर्ज ईडन ने बताया कि जेल में बंद सिस्टर्स बहुत परेशान हैं। एक हफ्ता पूरा हो गया है। एक सिस्टर का मेडिकल कंडिशन बहुत ही खराब है। फर्जी केस के खिलाफ पूरा केरल उनके साथ खड़ा है।

वहीं उन्होंने CM विष्णुदेव साय के हम आदिवासी हैं, हमें आदिवासी ही रहने दिया जाए वाले बयान पर सांसद ने कहा कि हमें क्रिश्चियन बनना है, हमें मुस्लिम बनना है, वह मेरा निर्णय है। मैं अपना फैसला खुद कर सकता हूं। संविधान के अनुसार मैं किसी भी जाति किसी भी धर्म को स्वीकार कर सकता हूं।

बजरंगियों को सरकार का संरक्षण- बैज

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि राज्य सरकार ने बजरंग दल के दबाव में आकर ननों को गलत ढंग से गिरफ्तार किया है। केरल बीजेपी अध्यक्ष इस मामले में पहले ही कह चुके हैं कि नन निर्दोष हैं, उनकी गिरफ्तारी गलत है।

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शाह ने भी ननों की रिहाई में मदद की बात कही

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यूडीएफ सांसदों के प्रतिनिधिमंडल से कहा था कि वे ननों की रिहाई में मदद करेंगे। उन्होंने यह भी कहा, वे राज्य सरकार को कोर्ट में जमानत का विरोध नहीं करने के निर्देश देंगे।

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